देहरादून । उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अब पार्टी ने नए चेहरे को मौका देने का फैसला लिया है। इसके बाद बुधवार सुबह भाजपा विधायक दल की बैठक शुरू हो गई है , जिसमें केंद्रीय पर्यवेक्षक रमन सिंह और दुष्यंत गौतम सभी विधायकों से सीएम पद के लिए उनकी पसंद पर चर्चा कर रहे हैं । अभी तक इस रेस में संघ के करीबी और त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा प्रस्तावित धन सिंह रावत को आगे माना जा रहा था , लेकिन नए घटनाक्रम में खबर है कि केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी इस दौड़ में आ गए हैं । उन्हें सरकार चलाने का पुराना अनुभव भी है और वह मोदी के भी करीबी नेताओं में शुमार हैं । वहीं मोदी और अमित शाह के करीबी सासंद अनिल बलूनी भी दौड़ में बने हुए हैं । संभावना है कि थोड़ी देर में उत्तराखंड के नए सीएम के नाम पर मुहर लग जाएगी ।
विदित हो कि पार्टी के भीतर त्रिवेंद्र सिंह रावत को लेकर जारी गतिरोध के बीच भाजपा ने रावत को दिल्ली तलब किया था , जिसके बाद उन्होंने मंगलवार राज्यपाल बेबी रानी मोर्या से मुलाकात करके उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया । इसके बाद हुई प्रेस वार्ता में जब उनसे इस्तीफे का कारणों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस जवाब दिल्ली जाकर पूछा जाए ।
इस सबसे इतर , नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाने के लिए देहरादून में विधायक दल की बैठक शुरू हो गई है , जिसमें केंद्रीय पर्यवेक्षक भी मौजूद हैं । त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा धन सिंह रावत का नाम सीएम के लिए प्रस्तावित किए जाने के बाद उन्हें श्रीनगर से हेलिकॉप्टर के जरिए देहरादून बुलाया गया । देहरादून पहुंचते ही धन सिंह रावत ने त्रिवेंद्र सिंह से मुलाकात की थी । धन सिंह न केवल त्रिवेंद्र सिंह की पसंद हैं , बल्कि वह संघ के भी करीबी हैं ।
हालांकि ताजा घटनाक्रम में कुछ और नामों पर चर्चा के साथ ही केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का नाम सीएम पद के लिए उठा है । हालांकि भाजपा सांसद अजय भट्ट ने भी कहा कि अगर पार्टी उन्हें जिम्मेदारी देगी तो वह उसे निभाएंगे , लेकिन मैं साफ कर दूं कि मैं किसी दौड़ में शामिल नहीं हूं ।