चंपावत । उत्तराखंड विधानसभा चुनावों में भाजपा को प्रचंड जीत दिलवाने वाले सुबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उस दौरान अपना चुनाव हार गए थे । ऐसे में वह चंपावत सीट से उपचुनाव में दोबारा मैदान में उतरे और इस बार उन्होंने कांग्रेस की उम्मीदवार समेत विपक्षी दलों के उम्मीदवारों को एक तरफा मुकाबले में 54 हजार से ज्यादा वोटों से हराया । पिछली बार खटीमा सीट से चुनाव हारने वाले सीएम धामी ने इस बार कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी सहित सपा प्रत्याशी मनोज कुमार और निर्दलीय प्रत्याशी हिमांशु गरकोटी को पछाड़ते हुए जीत का परचम लहराया है । उपचुनाव के लिए 13वें राउंड तक हुई काउंटिंग में निर्मला गहतोडी को - 3147, धामी को 57268, सपा प्रत्याशी मनोज कुमार को 409 , निर्दलीय प्रत्याशी हिमांशु गरकोटी को 399 और नोटा के हिस्से में 372 मत आए । जीत के बाद सीएम धामी चंपावत में सड़क किनारे एक चाट वाले की दुकान पर चाट खाते नजर आए ।
पहले ही राउंड से निर्णायक बढ़त बनाई
उत्तराखंड की चंपावत विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं । सीएम धामी ने चंपावत विधानसभा सीट से अपने विरोधियों को एकतरफा मुकाबले में पछाड़ दिया । 13 राउंड तक चली काउंटिंग में सीएम धामी ने पहले ही चरण से निर्णायक बढ़त बना ली थी । कांग्रेस की निर्मला गहतोडी को महज 3147 वोट मिले , जबकि दूसरे तीसरे चरण तक ही उन्होंने इतने वोटों की निर्णायक बढ़त बना ली थी ।
चंपावत की जनता का आभार जताया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जीत मिलने पर जनता का धन्यवाद किया है । उन्होंने कहा कि, “ मैं चंपावत की जनता को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे अपना समर्थन दिया । सीएम धामी के लिए यह जीत बहुत अहम थी , क्योंकि अपनी इसी जीत की मदद से वह सीएम पद पर बने रह सकते थे । पूर्व में विधानसभा चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था , जिसके बाद भाजपा विधायक ने सीएम के लिए अपनी सीट छोड़ी और फिर इस सीट पर उपचुनाव करवाए गए ।
31 मई को हुआ था मतदान
बता दें कि चंपावत विधानसभा में उपचुनाव के तहत 31 मई को मतदान हुआ था । इस उपचुनाव में लगभग 64 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था । सीएम धामी के लिए अहम इस चुनाव में चुनाव प्रचार करने के लिए पार्टी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्रियों स्मृति ईरानी एवं अनुराग ठाकुर, पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी , प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों एवं धामी मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्रियों सहित पार्टी के दिग्गज नेताओं को प्रचार के लिए चुनावी मैदान में उतार दिया था ।