देहरादून । उत्तराखंड विधानसभा चुनावों में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में काबिज हुई पुष्कर सिंह धामी सरकार के लिए आने वाले दिनों में चंपावत सीट पर होने वाले उपचुनाव में अपने मुखिया को चुनाव मैदान में दल-बल के साथ उतारने की बड़ी चुनौती है । कांग्रेस का दावा है कि वह सुबे के मुखिया की जीत में बड़ी बाधा डालेंगे । इसके लिए उन्होंने चक्रव्यूह भी रच दिया है । आगामी 31 मई को होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने निर्मला गहतोड़ी को अपना उम्मीदवार बनाया है ।
विदित हो कि विधानसभा चुनावों में भाजपा ने प्रचंड जीत को हासिल की थी , लेकिन सुबे के मुखिया सीएम पुष्कर सिंह धामी अपनी खटीमा सीट ही हार गए थे । लेकिन भाजपा ने एक बार फिर से उनपर विश्वास जताते हुए उन्हें ही उत्तराखंड की कमान सौंपी । इसके बाद कई लोगों ने उनके लिए अपनी सीट छोड़ने का प्रस्ताव रखा , लेकिन अंत में चंपावत के विधायक कैलाश गहतोड़ी ने अपनी सीट सीएम के लिए छोड़ दी ।
इस सबके चलते इस सीट पर आगामी 31 मई को उपचुनाव का दिन तय हुआ , जिसके लिए कांग्रेस ने महिला दांव खेलते हुए निर्मला गहतोड़ी को अपना उम्मीदवार बनाया है । उत्तराखंड की चंपावत सीट पर 31 मई को वोटिंग, 3 जून को मतगणना और 11 मई को नामांकन की आखिरी तारीख है. चंपावत सीट पर पहली बार उपचुनाव होगा ।
कांग्रेस का कहना है कि वह चंपावत में होने वाले चुनावों को उपचुनावों की तरह नहीं बल्कि एक कड़े मुकाबले के तौर पर लेंगे । कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष माहरा ने बताया कि चंपावत चुनाव पर कांग्रेस बेहद गंभीर है। कांग्रेस इस चुनाव को महज उपचुनाव की तरह नहीं लड़ेगी। बल्कि जीत के लक्ष्य के साथ चुनाव लड़ा जाएगा। कांग्रेस चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड विधान सभा चुनाव में भाजपा ने बड़ी जीत तो हासिल की थी । पार्टी को राज्य की 70 विधान सभा सीटों में से 47 सीटें हासिल हुई थीं, लेकिन राज्य के सीएम और पार्टी के सीएम पद के उम्मीदवार रहे पुष्कर सिंह धामी अपनी खटीमा विधान सभा सीट से चुनाव हार गए थे, जिसके बाद वह अब चंपावत से चुनाव लड़ रहे हैं । हालांकि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए यह महीना किसी परीक्षा से कम नहीं होने वाला है, क्योंकि खटीमा से चुनाव हारने के बाद भी भले ही वह राज्य के सीएम एक बार फिर बन गए हैं लेकिन उनके सामने अभी विधायक बनने की चुनौती है ।
वहीं इस सीट पर धामी की घेराबंदी सभी दलों ने शुरू कर दी है । उपचुनाव में चंपावत सीट से कांग्रेस के साथ-साथ आम आदमी पार्टी भी अपनी दावेदारी कर रही है। इससे पहले इस सीट से कांग्रेस ने 2012 में जीत हासिल की थी, हेमेश खर्कवाल कांग्रेस के विधायक चुने गए थे ।