देहरादून । भूजल के गिरते स्तर को देखते हुए एमडीडीए (मसूरी देहरादून डेवलपमेंट अथॉरिटी) ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को सख्ती से लागू करने की योजना बनाई है। इस क्रम में अब लोगों को अपना मकान और व्यावासिक प्रतिष्ठान बनाने के साथ ही रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना जरूरी होगा । असल में एमडीडीए नक्शे में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम दर्शाने की व्यवस्था लागू करने जा रहा है। अभी तक भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य तो है, लेकिन अधिकतर भवन स्वामियों ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं लगाया है। मौजूदा समय में छोटे से लेकर बड़े भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के लिए शपथ पत्र मांगा जाता है, जिसमें वह अपने भवन और प्रतिष्ठान को बनाने से पहले अपने भवन में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का शपथ पत्र देते हैं।
विदित हो कि अब एमडीडीए हर भवन में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य करने जा रहा है, बगैर इसके नक्शा पास नहीं किया जाएगा। अभी कितने एरिया पर कितना बड़ा या छोटा सिस्टम लगाना है, इस पर कार्य चल रहा है। जल्द ही इसे लागू किया जाएगा।
बता दें कि अब से पहले एक व्यवस्था तो थी लेकिन एमडीडीए की टीम भी मौके पर जाकर जांच नहीं करती । लेकिन एमडीडीए के अफसरों का कहना है कि अब ऐसा नहीं होगा । नक्शा पास कराने के लिए उसमें रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने का स्थान दर्शाना होगा। एक हजार से तीन हजार वर्ग फीट में बने भवन में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने में 15 से 25 हजार रुपये का खर्च आता है। इसके लिए गड्ढा खोदने, रेत, बजरी, पाइप और जाली की जरूरत होती है।