देहरादून । उत्तराखंड में तेजी से बदले सियासी घटनाक्रम में शुक्रवार रात मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया । हालांकि इससे पहले उन्होंने दिल्ली में भाजपा के शीर्ष पदाधिकारियों से मुलाकात करते हुए अपने इस्तीफे की पेशकश की थी । इसके बाद वह देहरादून पहुंचे और पत्रकार वार्ता में अपनी सरकार के कामकाज का ब्यौरा रखते हुए अपने 115 दिन के अपने कार्यकाल का अंत कर दिया । हालांकि जनमानस के मन में यह सवाल उठ रहे हैं कि आनन फानन में उन्होंने ऐसा फैसला क्यों लिया , आखिर क्या उनपर कोई दबाव था या वह कामकाज संभालने में खुद को सहज महसूस नहीं कर रहे थे । बहरहाल , आज शाम भाजपा विधायक दल की एक बैठक होने वाली है , जिसमें केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर बतौर पर्यवेक्षक मौजूद रहेंगे । इस बैठक में नए सीएम के नाम पर मुहर लगेगी । इस समय सतपाल महाराज , धनसिंह रावत समेत कुछ अन्य नामों को लेकर खबरों का बाजार गर्म है ।
अपने बयानों को लेकर विवादों में रहे
तीरथ सिंह रावत ने 115 दिनों तक मुख्यमंत्री का पद संभाला , लेकिन इस दौरान उनके कामकाज की तारीफें कम बल्कि विवादों में घिरे रहने के चलते आलोचना ज्यादा हुई । कभी कुंभ की भीड़ तो कभी महिलाओं की फटी जींस पहनने को लेकर तीरथ सिंह रावत के बयानों से भाजपा बैकफुट पर ही नजर आई ।
त्रिवेंद्र सिंह के कार्यकाल का असंतोष कम नहीं हुआ
जानकारों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल में भाजपा के अंदर उपजे गतिरोध को कम करने के लिए भाजपा ने तीरथ सिंह रावत को सुबे की कमान सौंपी थी , लेकिन अपने कामकाज और अपने बयानों से तीरथ सिंह ने भाजपा को ही नुकसान पहुंचाया ।
इन बयानों के चलते विवादों में आए
अपने छोटे से कार्यकाल के दौरान तीरथ सिंह रावत न तो अपने साथियों में न ही प्रशासनिक स्तर पर नौकरशाहों के बीच अपनी धमक बनाने में कामयाब रहे , न ही राजनीतिक स्तर पर वह अपने को जमा पाए । सीएम की कुर्सी पर बैठने के दौरान उनके सामने हरिद्वार में कुंभ के आयोजन की बड़ी जिम्मेदारी थी, लेकिन अपने इस कार्यकाल के दौरान उनके बयानों ने भाजपा को राहत नहीं दी ।
इन बयानों के चलते विपक्ष के साथ अपनों के निशानें पर आए तीरथ
- कुंभ के दौरान तीरथ सिंह रावत ने कहा कि मां गंगा की कृपा से कुंभ में कोरोना नहीं फैलेगा।
- इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की तुलना भगवान से कर दी।
- इसके बाद लोगों ने तीरथ सिंह रावत ने फटी जींस पहनने वाली महिलाओं को संस्कार का पाठ पढ़ाया । जिससे उनके खिलाफ एक माहौल बना ।
- इतना ही नहीं तीरथ सिंह रावत ने इतिहास बदलते हुए भारत को अमेरिका गुलाम बता दिया ।
- इसके बाद उन्होंने ज्यादा राशन पाने को एक ऐसा फॉर्मूला बता दिया, जिसे सुनकर भाजपा नेताओं ने भी सिर पकड़ लिया।