देहरादून । उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को कहा कि राज्य के श्रद्धालु आगामी 4 मई से बाबा केदारनाथ के दर्शन कर सकेंगे । इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना महारमारी के बीच प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए हमारी सरकार भरकस प्रयास कर रही है । उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने रेलवे से 12 ट्रेन की डिमांड की है लेकिन दिल्ली से ट्रेन मिलने से अभी केंद्र ने इनकार कर दिया है । हम अभी भी अपने लोगों को लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं । इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली के मरकज से जुड़े 1465 तबलीगी जमात के लोग उत्तराखंड में छुपे थे । इन सब को एक-एक कर ढूंढ कर निकाला गया । उत्तराखंड पुलिस ने इस मामले में बेहद शानदार काम किया है । इस दौरान उत्तराखंड के 13 जिलों में से 10 के ग्रीन जोन में आने पर सीएम रावत ने कहा- इसके लिए प्रदेश की जनता का योगदान रहा है , यहां के लोगों के स्वभाव में है अनुशासन , संयम । कठिन परिस्थितियों में कैसे संयम से रहा जाता है , ये यहां के लोगों के संस्कारों में है । इसके चलते हमें सहुलियत हुई । हालांकि कुछ ही लोगों ने सहयोग नहीं दिया।
बता दें कि न्यूज चैनल आजतक के एक कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कोरोना महामारी के बीच जहां पूरे देश में बचाव और राहत के कार्य जारी हैं , वहीं उत्तारखंड सरकार भी इस बीच लॉकडाउन के नियमों का सख्ती से पालन कर रही है । उन्होंने कहा कि पिछले दिनों दिल्ली के मरकज से करीब 1465 तबलीगी जमात के लोग उत्तराखंड में आकर छिपे थे , उत्तराखंड पुलिस ने ऐसे लोगों को खोज निकाला है ।
इसके साथ ही चैनल पर बात करते हुए उन्होंने चार धाम यात्रा को लेकर भी बयान दिया । उन्होंने कहा कि राज्य के श्रद्धालु आगामी 4 मई से बाबा केदारनाथ के दर्शन कर सकेगा ।
पर्यटन के क्षेत्र को हो रहे नुकसान पर सीएम रावत ने कहा कि कोरोना के चलते आर्थिक नुकसान तो बहुत हुआ है , यह भी नहीं कहा जा सकता कि स्थिति कब सामान्य होगी । हालांकि उत्तारखंड में अब शीतकालीन पर्यटन भी बढ़ा है । अब हमारी कोशिश है कि राज्य में 6 महीने के बजाए 12 माह का पर्यटन क्षेत्र बनें । सर्दियों में उत्तराखंड बहुत सुंदर नजर आता है । उत्तराखंड में ठंड के दिनों में गुनगुनी धूप का मजा लिया जाता है । हम राज्य में ऐसे ही पर्यटन को स्थापित करने के प्रयास कर रहे हैं । हम राज्य में एडवेंचर स्पोर्टस की ओर आगे बढ़ रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि 87 हजार प्रवासी अपने प्रदेश वापस आना चाहते हैं । हम उस मुद्दे को लेकर लगातार बैठकें कर रहे हैं । हम इस सब का पता लगा रहे हैं कि हमारे पास आवेदन करने वाले कहां कहां से हमसे संपर्क कर रहे हैं । अकेले 26 हजार से ज्यादा लोग दिल्ली से हैं , जो अपने प्रदेश आना चाहते हैं , लेकिन केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि दिल्ली से अभी कोई ट्रेन नहीं चलने जा रही है , लेकिन इसके अलावा सभी राज्यों से ट्रेन चलाने की बात पर चर्चा करेंगे । हम तरीके से इन लोगों को लाने की योजना बना रहे हैं , ताकि अगर कोई संक्रमित भी हो तो हम उनका भी ध्यान रख सकें ।
उत्तराखंड के 10 जिलों के ग्रीन जोन में सामने आने के सवाल पर सीएम रावत ने कहा कि अभी तक राज्य में 58 केस सामने आए थे जिनमें से 39 ठीक होकर अपने घर चले गए हैं । राज्य में 15 मार्च को कोरोना का प्रवेश हुआ और दो दिन बाद ही हमने एहतियातन फैसले लेने शुरू कर दिए ।
इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोगों को आता है कि कैसे संयम में रहना चाहिए और कठिन परिस्थितियों में कैसे रहा जाए । उत्तराखंडी लोगों के इसी संस्कार के चलते आज राज्य की स्थिति अन्य की तुलना में बेहतर है ।