देहरादून । उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बीच पिछले कुछ समय से व्यंग-कटाक्ष और तंज का दौर चल रहा है जो खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है । एक बार फिर से शराब के ब्रांड हिलटॉप को लेकर दोनों नेताओं में जुबानी जंग देखी जा रही है । इसी कड़ी में हरीश रावत ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को एक मेल लिखी है । इसमें उन्होंने लिखा - आपने बहुत ठीक कहा पौधा मैंने लगाया। मेरा लगाया पौधा, पानी व फ्रूटी बाटलिंग प्लांट का था। आपने बहुत ही कुशल माली के तौर पर उस पर हिलटॉप की कलम लगा दी है। तो यदि कुछ गुण मुझमें हैं, तो कुछ बडे़ गुण आपमें भी हैं। आप बडे़ कलमकार हैं। मेरे कार्यकाल में केवल लाइसेंस दिया गया, जिस पर आगे की कार्रवाई आपकी पार्टी सहित स्थानीय लोगों के विरोध को देखते हुए रोक दी गई। बृहस्पतिवार को लिखी गई इस मेल के बाद अब सीएम रावत के पलटवार का सियासी गलियारों में इंतजार किया जा रहा है ।
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उत्तराखंड का पानी नशीला हो गया क्या...
बता दें कि गोपेश्वर में हिलटॉप ब्रांड की फैक्टरी को लेकर शुरू हुए विवाद के बीच सबसे पहले पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोशल मीडिया के जरिए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और राज्य सरकार को घेरने की कोशिश की । हरीश रावत ने कहा कि-मेरे लगाए पौधे पर आपने (सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने) हिलटॉप की कलम लगा दी है। इस पर मुख्यमंत्री भी नहीं चूके। बोले-पानी की फैक्ट्री के लिए आबकारी विभाग से अनुमति लेने की क्या जरूरत थी। क्या उत्तराखंड का पानी नशीला हो गया था। ये हरीश रावत जी क्या बोलते हैं, क्या करते हैं, कुछ समझ नहीं आता है। मुझे लगता है कि जो रही-सही कांग्रेस है, थोड़ा बहुत जो बच गई है, वो चाहते हैं, कि उससे भी मुक्ति मिले। हालांकि इस मामले में जब बयानबाजी शुरू हुई तो त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरीश रावत के लिए कहा कि वह खुद ही पौधा लगाते हैं और खुद ही उखाड़ देते हैं ।
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आप बड़े कलमकार है
हरीश रावत ने लिखा - आपने बहुत ठीक कहा पौधा मैंने लगाया। मेरा लगाया पौधा, पानी व फ्रूटी बाटलिंग प्लांट का था। आपने बहुत ही कुशल माली के तौर पर उस पर हिलटॉप की कलम लगा दी है। तो यदि कुछ गुण मुझमें हैं, तो कुछ बडे़ गुण आपमें भी हैं। आप बडे़ कलमकार हैं। मेरे कार्यकाल में केवल लाइसेंस दिया गया, जिस पर आगे की कार्रवाई आपकी पार्टी सहित स्थानीय लोगों के विरोध को देखते हुए रोक दी गई। यदि आप व्हिस्की बनाने का लाइसेंस नहीं देना चाहते, तो आपकी सरकार लाइसेंस का रिन्यूअल ही नहीं करती। आपकी सरकार ने लाइसेंस का रिन्यूअल ही नहीं किया, बल्कि दो बार इस व्हिस्की प्लांट की निरापत्ति का प्रमाणपत्र भी दिया, क्योंकि ऐसी प्रशासनिक अनुमति के बिना न तो निर्माण कार्य हो सकता है और न ही व्हिस्की की ब्लेडिंग और बाटलिंग हो सकती है। निरापत्ति प्रमाणपत्र भी कहीं न कहीं सरकार की सहमति से ही दिया गया है। भाजपा बहुत चतुराई से कौवे को भी तीतर बताकर खा जाती है। आज आपने भांग व व्हिस्की के बाटलिंक प्लांट में रोजगार व पहाड़ी फलों की खपत देखी है, ये आपकी ही पार्टी थी, जिसने वाणिज्यिक भांग की खेती के हमारे कदम का भी विरोध किया।
मीठा मीठा गप गप - कड़वा कड़ाव थू थू
रावत बोले - आप मीठा-मीठा गप-गप, कड़वा-कड़वा थू-थू नहीं कर सकते। ये आपकी पार्टी के आंदोलनों का प्रभाव था कि जिसके चलते देवप्रयाग के तत्कालीन विधायक मंत्री प्रसाद नैथानी ने मुझे बाध्य किया कि मैं प्रदत्त लाइसेंस पर कार्रवाई को तत्काल रोक दूं । मैने कार्रवाई रोकी। आप हिलटॉट के नाम पर रोजगारदाता बनें, फलों को खपाने वाले बनें, और लाइसेंस देने की नीति के लिए मुझे दोष दें। दोनों एक साथ नहीं चल सकते हैं। हमने मैदानों में डिस्टलरीज, फ्रूट हिल्स में वाइनरीज व रागी बीयर प्लांट तथा मध्य हिमालय में फ्रूट वाइन्स व वाटर तथा ऑयल बाटलिंग प्लांट लगाने की नीति पर काम किया। समय कम मिला, हम इन नीतियों को पूर्णत: धरातल पर नहीं उतार पाए। आपकी पार्टी को भी अब हमारी इस नीति का अनुसरण करना पडे़गा। इसके लिए सत्यता को खुलकर स्वीकार करें। साहस दिखाएं, आपकी पार्टी तो उत्तराखंड में डेनिस व स्टिंग स्टिंग के गर्भ से पैदा हुई है। जैसा बोया अब आप वैसा काटने को तैयार रहें। हर बात के लिए हमें दोष देना छोड़िए, हमने जो अच्छा किया है, उसे स्वीकारते हुए आगे बढ़िए। '
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