रुद्रपुर । इन दिनों पूर्व क्रिकेट कप्तान कपिल देव अपनी बायोग्राफी को लेकर सुर्खियों में हैं । इसी कड़ी में मंगलवार को वह रुद्रप्रयाग पहुंचे । इस दौरान उन्होंने एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए युवा खिलाड़ियों से कहा - युवाओं को उत्तराखंड हो या कोई और प्रदेश, लेकिन खेलना इंडिया के लिए चाहिए । यह बात उनके दिमाग में हर वक्त होनी चाहिए। उन्होंने बच्चों से संवाद करते हुए कहा कि जब कभी भी मैदान में उतरो तो पढ़ाई के बारे में बिल्कुल मत सोचो और जब पढ़ाई करो तो मैदान के बारे में नहीं सोचोगे , तभी आगे बढ़ोगे। क्योंकि हर काम में आपका फोकर होना जरूरी होता है। यही सफलता की बड़ी कुंजी भी है । उन्होंने हाल ही में उत्तराखंड को बीसीसीआई से मिली मान्यता पर बोले की मान्यता मिलने से कुछ नहीं होता कठिन परिश्रम खेल और प्रतिभा से खिलाड़ी आगे बढ़ते हैं।
बता दें कि 1983 में विश्वकप विजेता क्रिकेट टीम के कप्तान रहे कपिलेव मंगलवार को रुद्रपुर के एमेनिटी पब्लिक स्कूल के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंच थे। स्कूल में 'कपिल देव पवेलियन' का लोकार्पण खुद कपिल देव ने किया। इस दौरान उन्होंने विद्यालय में मौजूद सभी विद्यार्थियों को खेल और पढ़ाई दोनों मन लगाकर करने के लिए प्रेरित किया। कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए कठिन परिश्रम बहुत जरूरी है। छात्रों ने जब कपिल देव से ऑटोग्राफ देने की बात कही तो उन्होंने बच्चों को संकल्प दिलाया कि जिंदगी में कभी किसी का ऑटोग्राफ नहीं लेंगे। ऑटोग्राफ लेने लायक नहीं बल्कि ऑटोग्राफ देने लायक बनो।
बाद में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि युवाओं को महेंद्र सिंह धोनी जैसे खिलाड़ियों को अपना आदर्श मानना चाहिए । सीखना चाहिए कैसे अपनी प्रतिभा के कारण कोई क्रिकेट जगत में छा सकता है ।
विदित हो कि इन दिनों कपिल देव की बायोग्राफी भीा जमकर सुर्खियों में है । कबीर खान के निर्देशन में बनने वाली फिल्म में कपिलदेव की भूमिका निभा रहे हैं मशहूर अभिनेता रणवीर सिंह। फिल्म का नाम 83 है और मूल पटकथा लार्डस के मैदान में वेस्टेंडीज को हराकर भारत के विश्वविजेता बनने के इर्दगिर्द बुनी गई है।