देहरादून । उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पसरी ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात पाने के लिए राज्य सरकार ने एक नई योजना बनाई है । मिली जानकारी के अनुसार , त्रिवेंद्र रावत सरकार ने देहरादून में सामान्य परिवहन प्रणाली के लिए 2200 करोड़ की रोपवे योजना बनाई है। नगर विकास मंत्री मदन कौशिक की मौजूदगी में उत्तराखंड मेट्रो परियोजना और दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन के बीच रोपवे प्रणाली विकसित करने के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं । इस योजना के धरातल पर आने के साथ ही दून के लोगों को सड़कों पर लगने वाले जाम से छुट्टी मिल सकती है । दून शहर में रोपवे के लिए पहला रूट एफआरआई से घंटाघर होकर रिस्पना और दूसरा रूट आईएसबीटी से घंटाघर होकर कंडोली, मधुबन होटल तक रहेगा।
बता दें कि गत सोमवार को उत्तराखंड मेट्रो रेल कारपोरेशन और दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन के मध्य रोपवे परियोजना की डीपीआर तैयार करने के लिए एमओयू साइन किया गया । दिल्ली मेट्रो रेल के निदेशक (बिजनेस डवलपमेंट) एसडी शर्मा और उत्तराखंड मेट्रो रेल कारपोरेशन के निदेशक बीके मिश्रा ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। करीब 25 किलोमीटर की इस परियोजना पर 2200 करोड़ खर्च होंगे ।इस परियोजना की डीपीआर पांच माह के भीतर तैयार होगी।
खास बात यह है कि डीपीआर बनाने के दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन को पहली किश्त के रूप में 43.30 लाख का चेक प्रदान किया गया है। सरकार का मानना है कि सामान्य परिवहन के लिए रोपवे प्रणाली अपनाने में देहरादून देश का पहला शहर होगा। रोपवे के लिए देहरादून शहर में दो रूट चयनित किए गए। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के दो साल के भीतर रोपवे बन कर तैयार होगा।
रोपवे प्रणाली सामान्य परिवहन के रूप में स्थापित होने के बाद देहरादून में पर्यटकों और आम लोगों को सुलभ परिवहन की सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही ट्रैफिकजाम की समस्या से भी निजात पाने में भी मदद मिलेगी।