देहरादून। राज्य के यात्रियों और प्रदेश की सैर पर आने वाले पर्यटकों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए रामनगर में राज्य का पहला ‘बस पोर्ट’ बनेगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा इसके लिए राज्यों से प्रस्ताव मांगे थे इसके बाद प्रदेश सरकार ने मंत्रालय को अपना प्रस्ताव भेज दिया है। इसके बनने से परिवहन निगम के अलावा निजी बस संचालकों को वाहन संचालन की सुविधा उपलब्ध हो पाएगी। बता दें कि सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने यात्रियों की सुविधाओं के लिए आधुनिक बस अड्डा बनाने की योजना बनाई है।
गौरतलब है कि मंत्रालय द्वारा मांगे गए प्रस्ताव के तहत परिवहन मुख्यालय ने रामनगर को बस पोर्ट के लिए चयनित किया है। रामनगर में रोडवेज की करीब साढ़े 3 एकड़ की जमीन है। सरकार की मंशा यहीं से योजना की शुरुआत करने की है। परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार बस पोर्ट (बड़ा, मध्यम और लघु श्रेणी) बनाने में जो भी लागत आएगी उसका 40 प्रतिशत केंद्र सरकार वहन करेगी और 60 फीसदी राज्य सरकार को वहन करना पड़ेगा। निर्माण कार्य मंत्रालय द्वारा चयनित सेंट्रल एजेंसी के माध्यम से होगा। बस पोर्ट से रोडवेज के अलावा निजी बस संचालकों के वाहनों को चलाने की अनुमति दिए जाने की अंडरटेकिंग भी राज्य सरकार को मंत्रालय को देनी होगी।
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यहां बता दें कि बस पोर्ट के निर्माण होने से यात्रियों को वेटिंग रूम, वाॅशरूम से लेकर रेस्तरां आदि तक की सुविधा मिलेगी। वाहनों की पार्किंग होगी। गौर करने वाली बात है कि पिछले साल तत्कालीन परिवहन सचिव डी. सेंथिल पांडियन के निर्देशन में गुजरात का दौरा करने वाली परिवहन विभाग की टीम ने भी यात्रियों को बेहतर सुविधा देने की बात कही थी, अब बस पोर्ट की योजना से अधिकारियों में काफी खुशी है।