रुद्रप्रयाग । उत्तराखंड के चार धामों में से एक केदारनाथ से जुड़ी एक अच्छी खबर है । सूचना है कि केदारनाथ धाम के कपाट अब अपने पूर्व निर्धारित तिथि पर ही खुलेंगे । कपाट खुलने को लेकर पंचगद्दी स्थल ऊखीमठ में आयोजित हुई बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया । बैठक में हुए फैसले को शासन - प्रशासन के पास भेज दिया गया है । इससे पहले सोमवार को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि और मुहुर्त बदल दिया गया था । पर्यटन और धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने केदारनाथ धाम के कपाट भी 14 मई को खुलने का ऐलान कर दिया था हालांकि बाद में तीर्थ-पुरोहितों और हक-हकूकधारियों के दबाव के बाद उन्होंने अपना बया बदल लिया और मंगलवार होने वाली बैठक में फ़ैसला लेने की बात कही थी ।
बता दें कि पहले केदारनाथ धाम के कपाट खुलने का समय 29 अप्रैल तय हो गया था , लेकिन कोरोना के चलते इसके समय में बदलाव किया गया । खुद धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने कहा था कि अब केदारनाथ धाम के कपाट 14 मई को खोले जाएंगे , लेकिन अब इसको लेकर मंगलवार एक मंथन बैठक हुई ।
बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह की अध्यक्षता में पंचगद्दी स्थल ऊखीमठ में हुई बैठक में ऊखीमठ एसडीएम भी शामिल हुए । इस बैठक में फैसला लिया गया कि शासन द्वारा सोशल डिस्टेन्स को लेकर जारी सभी निर्देशों का पालन किया जाएगा । वहीं बैठक में वेदपाठियों का कहना था कि बदरीनाथ और केदारनाथ की पूजा पद्धति बिल्कुल भिन्न है । बदरीनाथ में गर्भगृह में केवल रावल ही पूजा कर सकते हैं जो अभी क्वारेंटीन में हैं जबकि केदारनाथ धाम में रावल नहीं बल्कि उनके द्वारा निर्धारित शिष्य पूजा करते हैं । ऐसे में रावल के क्वारेंटीन में होने का भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा।