देहरादून। देशरक्षा में उत्तराखंड के एक और नौजवान ने अपनी शहादत दी है। मंगलवार को जम्मू कश्मीर के गुरेज सेक्टर में आतंकी घुसपैठ को नाकाम करने मंे आतंकियों से लोहा लेते हुए 38वीं गढ़वाल राईफल्स के राईफलमैन मनदीप रावत शहीद हो गया। कोटद्वार के रहने वाले मनदीप सिंह रावत के घर पर जैसे ही इस बात की सूचना मिली वहां मातम पसर गया। मनदीप की सोमवार को ही आखिरी बार मां से बात हुई थी जिसमें जल्द ही छुट्टी पर आने की बात कही थी। बता दें कि इसी मुठभेड़ में मूल रूप से उत्तरकाशी के रहने वाले हमीर सिंह पोखरियाल ने भी अपनी शहादत दी है।
गौरतलब है कि सोमवार की देर रात से ही शुरू हुई मुठभेड़ में मंगलवार की सुबह सेना ने 4 आतंकियों को मार गिराने का दावा किया था। बड़ी बात यह है कि इस मुठभेड़ में सेना के 1 अफसर समेत 4 जवान भी शहीद हो गए थे। इन सभी जवानों को बुधवार को ही श्रद्धांजलि दी जाएगी।
ये भी पढ़ें - गुरेज में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुआ ऋषिकेश का यह लाल, घर पर पसरा मातम
बता दें कि मनदीप सिंह रावत सेना के 38वीं राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात राइफलमैन के तौर पर गुरेज में तैनात थे। उनकी शहादत की खबर सुनते ही घर में कोहराम मच गया। उनके पिता बूथी सिंह भी सेना से ही सेवानिवृत्त हुए हैं। घर के बड़े बेटे मनदीप की शहादत पर उनके पिता को गर्व भी है। उनका कहना है कि बेटा आतंकवादियों से लोहा लेते हुए अपनी शहादत दी है।
उत्तराखंड के 2 सपूतों की शहादत की खबर सुनने के बाद बड़ी संख्या में लोग श्रद्धांजलि देने के लिए उनके घरों पर पहुंच रहे हैं। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार घरवाले मनदीप की शादी के लिए लड़की देख रहे थे लेकिन इसी बीच उसके शहीद होने की खबर उन पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मनदीप का छोटा भाई भी सेना से ही जुड़ा हुआ है। सेना की ओर से शहीद का पार्थिव शरीर बुधवार तक कोटद्वार पहुंचने की जानकारी दी गई है।