रुद्रप्रयाग । उत्तराखंड में मौसम की करवट से जहां प्रदेश में कई जगहों पर लोगों को राहत मिली है , वहीं केदारनाथ धाम यात्रा पर गए श्रद्धालुओं के बारिश और बर्फबारी आफत बन गई है । पिछले दिनों जिला प्रशासन ने सोनप्रयाग और गौरीकुंड में ही श्रद्धालुओं को खराब मौसम के चलते रोक दिया था लेकिन जो श्रद्धालु प्रशासन की चेतावनी के बावजूद नहीं रूक रहे हैं, वो इलाके में हुई बर्फबारी के चलते बढ़ी फिसलन का शिकार बन रहे हैं। कुछ ऐसा ही नजारा इलाके में देखने में आ रहा है, जहां कई श्रद्धालु बर्फ में फिसलने से घायल हो रहे हैं। बहरहाल , इन यात्रियों के साथ मौजूद एसडीआरएफ की टीमें इन घायलों का इजाल करने के साथ ही इन्हें हरसंभव मदद कर रही हैं ।
बता दें कि केदारनाथ यात्रा शुरू होने के दिन से ही एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिलीफ फोर्स) की टीमें यात्रियों के साथ चल रही है । सोनप्रयाग, गौरीकुंड, भीमबली, लिनचोली और केदारनाथ में एसडीआरएफ की एक-एक टीमें तैनात हैं, जिसमें एक-एक सब इंस्पेक्टर, एक-एक हेड कांस्टेबल और 8-8 कांस्टेबल सहित एक-एक मेडिकल से जुड़ा सदस्य शामिल है। ये जवान, यात्रियों की मदद करने में जुटे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक , कपाट खुलने के बाद से अभी तक केदारनाथ से जंगलचट्टी तक 50 से अधिक यात्रियों की मदद यह टीम कर चुकी है । इसमें घोड़े से गिरकर घायल हुए यात्रियों को जहां प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है, वहीं बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी है जो बर्फ से फिलकर घायल हो रहे हैं।
यहां अधिकतम पारा आठ और न्यूनतम माइनस तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सेक्टर मजिस्ट्रेट मोहित उनियाल ने बताया कि खराब मौसम के कारण केदारपुरी में ठंड बढ़ गई है। बावजूद, यात्रियों में बाबा के दर्शनों को लेकर उत्साह बना हुआ है।
वहीं बदरीनाथ धाम में भी लगातार तीसरे दिन मंगलवार को भी पहाड़ियों पर हिमपात हुआ, जिससे धाम में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। हेलीकॉप्टर सेवा भी ठप रही। हेमकुंड साहिब में दिनभर रुक-रुककर हिमपात होता रहा, जिससे हेमकुंड और आस्था पथ से बर्फ हटाने का काम भी प्रभावित रहा। इस सब के बीच बद्रीनाथ धाम में तापमान -3 हो गया है ।