देहरादून। हरिद्वार में लगने वाले कुंभ मेले में श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सरकार इंग्लैंड के हीथ्रो एयरपोर्ट की तर्ज पर कुंभ मेला क्षेत्र में सरकार पर्सनल रैपिड ट्रांसपोर्ट (पीआरटी) के तहत पोडकार संचालित करेगी। इसके लिए योजना के तहत मेला क्षेत्र में 15 किलोमीटर लंबा ट्रैक भी बनाया जाएगा। बता दें कि हरिद्वार के मेला क्षेत्र में यह ट्रैक बनाने के लिए यूनाइटेड किंगडम (यूके) की एक कंपनी ने इच्छा जताई है। बड़ी बात यह है कि परियोजना पर आने वाले खर्च का भार भी कंपनी ही उठाएगी। इसके लिए दून मेट्रो रेल काॅरपोरेशन के साथ करार की तैयारी चल रही है।
गौरतलब है कि पोडकार में एक बार में अधिकतम 10 लोग अपनी मंजिल तक जा सकते हैं। आपको बता दें कि इसका इस्तेमाल बड़ी-बड़ी इमारतों में ऊपर नीचे जाने के लिए लगी लिफ्ट प्रणाली की तरह होता है। गौर करने वाली बात है कि पोडकार बिना इंजन और चालक के चलती है। इसमें सफर करने वाले यात्री को टिकट लेने के बाद निर्धारित स्टेशन पर पहुंचने पर एक बटन दबाना होगा। इस बटन को दबाते ही पोडकार आपके पास आ जाएगी।
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यहां बता दें कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए हरिद्वार के मुख्य स्थानों के बीच इस सेवा को संचालित किया जाएगा। वहीं सरकार गंगा के एक छोर से दूसरे छोर पर जाने के लिए रोपवे प्रणाली की व्यवस्था भी कर रही है। आपको बता दें कि दून मेट्रो रेल काॅरपोरेशन हरिद्वार में पीआरटी सिस्टम के साथ ऋषिकेश, देहरादून और मसूरी को 4 ट्रांसपोर्ट प्रणालियों से जोड़ेगी। दून में मेट्रो रेल की जगह लाइट रेल ट्रांसपोर्ट (एलआरटी) पर काम होगा। ऋषिकेश से दून को भी इसी सेवा के जरिए जोड़ा जाएगा। लाइट रेल ट्रांसपोर्ट में 3 डिब्बों वाली ट्रेन चलेगी जबकि दून में केवल एक डिब्बे वाली एलआरटी चलेगी। इसके अलावा दून में मेट्रो बस प्रणाली को एलआरटी से जोड़ा जाएगा। इस परियोजना का अंतिम चरण है।