देहरादून। सोशल मीडिया के जरिए अलग-अलग संगठनों द्वारा आरक्षण के विरोध में बुलाए गए भारत बंद को लेकर उत्तराखंड में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। देहरादून में धारा 144 लागू कर दी गई है। इसके बाद एक जगह पर 5 से ज्यादा लोग एक साथ जमा नहीं हो सकेंगे। जिलाधिकारी एसए मुरुगेशन ने जिला में शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह आदेश जारी किए हैं। बता दें कि चंपावत में सोशल मीडिया में खबरें फैलाने के आरोप में वन विभाग के रेंजर को नोटिस जारी किया गया था।
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गौरतलब है कि जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में किसी तरह का उपद्रव या हिंसा न हो इसके लिए धारा 144 लागू करने के आदेश दिए हैं। इससे आम गतिविधियों पर किसी प्रकार का असर नहीं पड़ेगा। बता दें कि इस बंद के दौरान स्कूलों और काॅलेजों को बंद नहीं किया गया है। यहां गौर करने वाली बात है कि इससे पहले चंपावत जिले में सोशल मीडिया पर बंद की खबर फैलाने के आरोप में वन विभाग के रेंजर समेत कई लोगों को नोटिस जारी किया गया था। साथ ही यह चेतावनी भी दी गई थी कि अगर दोबारा ऐसा करते हुए पकड़े जाते हैं तो उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
आपको बता दें कि गढ़वाल में देवाल, गोपेश्वर, जोशीमठ, पीपलकोटी, पोखरी, घाट में बंद का कोई असर नहीं दिखाई दिया। घनसाली में जुलूस निकाल कर सांकेतिक रूप से बाजार बंद कर आरक्षण का विरोध जताया गया। श्रीनगर और पौड़ी में बाजार रोज की तरह खुला है। कुमाऊं में भवाली में बंद का असर नहीं दिखाई दिया। बंद के मद्देनजर चंपावत में पहले से ही पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।