लालकुंआ (नैनीताल )। उत्तराखंड विधानसभा चुनावों में कांग्रेस का सीएम चेहरा कौन है , इसे लेकर अभी पार्टी ने कोई ऐलान तो नहीं किया है , लेकिन इस मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि अगर मुझे मौका मिला तो मैं सरकार की कमान संभालना चाहूंगा । उन्होंने कहा कि राजनीति में मत्वकांक्षा रखना कोई गलत नहीं हैं । मेरी बूढ़ी हड्डियों में अभी बहुत दम है । उन्होंने इस दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी के एक बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा में अनुभव की काफी कमी हो गई है , यही कारण रहा कि भाजपा ने युवा चेहरे के नाम पर एक कम अनुभवी चेहरों को राज्य की कमान सौंप दी ।
विदित हो कि पिछले दिनों हरदा ने कुछ मुद्दों पर अपनी नाराजगी दिखाई थी । इतना ही नहीं उन्होंने यह बात भी कही थी कि इस बार वह चुनाव लड़ने के बजाए लड़ाने के इच्छुक हैं , लेकिन बाद में उन्हें रामपुर सीट से टिकट दिया गया , जिसे बाद में बदलकर लालकुंआ कर दिया गया ।
असल में हरीश रावत उत्तराखंड कांग्रेस (Uttarakhand Congress) की चुनाव प्रचार समिति के प्रमुख भी हैं। बहरहाल , कांग्रेस में पंजाब - यूपी और उत्तराखंड में सीएम पद का चेहरा घोषित नहीं किया है, लेकिन पंजाब और उत्तराखंड में नेता अपने-अपने ढंग से खुद को प्रोजेक्ट करते रहे हैं ।
इस दौरान जब उनसे फिर हरक सिंह रावत के उनकी पार्टी में शामिल होने और 2016 में उनकी बगावत से जुड़े सवाल पूछे तो उन्होंने कहा कि हरक मेरे छोटे भाई हैं और उन्होंने भरोसा दिया है कि वो ‘गड़बड़’ नहीं करेंगे । साथ ही पार्टी में बागियों की संख्या पर वह बोले - जब कार्यकर्ताओं को लगता है पार्टी सत्ता में आने वाली है तो स्वाभाविक तौर पर उसमें टिकट के लिए मारामारी मच जाती है ।