देहरादून । उत्तराखंड के अधिकांश पहाड़ी इलाके मंगलवार को बर्फ की सफेद चादर से ढक गए हैं। जहां केदारनाथ में 16 घंटे से तेज बर्फबारी हो रही है, जिसके चलते यहां 3 फीट तक नई बर्फ जम गई है। इसके अलावा पहाड़ के कई जिलों में के ऊंचाई वाले गांवों में भी जमकर बर्फबारी हुई है। रुद्रप्रयाग के कई गांवों में तो दस से 15 वर्ष बाद बर्फबारी हुई है। जहां पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है, वहीं मैदानी इलाकों में बारिश ने लोगों के लिए नई आफत खड़ी कर दी है। इससे इतर बद्रीनाथ में बर्फबारी के कारण पुनर्निर्माण कार्य भी प्रभावित हुए हैं। वहां मौजूद 400 श्रमिक अपने टेंटों में ही कैद रहने को मजबूर हैं। मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटों तक स्थिति यथावत रहने की बात कही है।
बता दें कि मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी जनपद पौड़ी में कहीं कहीं भारी वर्षा/वर्फबारी की संभावना की चेतावनी के दृष्टिगत प्रभारी जिलाधिकारी दीप्ति सिंह ने जनपद पौड़ी के समस्त शासकीय, अशासकीय विद्यालयों (कक्षा 1 से 12 तक संचालित सभी शैक्षणिक संस्थाओं) एवं समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों में 22 एवं 23 जनवरी 2019 को अवकाश घोषित किया है।
वहीं देश के पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी का दौर एक बार फिर से शुरू हो गया है। हिमाचल के साथ ही जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड में पिछले कुछ घंटों से लगातार बर्फबारी ने लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। उत्तराखंड के चमोली जिले में सोमवार रात से मौसम खराब है। निचले क्षेत्रों में बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात हो रहा है। जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों के गांव भी बर्फ के आगोश में हैं। जिससे समूचा जिला शीतलहर की चपेट में आ गया है।
इसी क्रम में बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही हेमकुंड साहिब में जमकर बर्फबारी हुई, वहीं निचले स्थानों में बारिश रुक रुककर हो रही है। विभाग के अनुसार मौसम और बिगड़ने के आसार हैं।
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ में भारी बर्फबारी के आसार हैं। इसके अलावा देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल और ऊधमसिंहनगर में बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं। यह स्थिति करीब एक सप्ताह तक बनी रह सकती है।