Normal 0 false false false EN-US X-NONE HI देहरादून. खेल के लिहाज से साल 2018 उत्तराखंड के लिए काफीअहम माना जा रहा है। शायद इसलिए क्योंकि राज्य सरकार की पूरजोर कोशिशों की वजह सेआखिरकार 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी उत्तराखंड को मिल गई। हालांकि इस दौड़ में आंध्र प्रदेश औरतेलंगाना जैसे राज्य भी राष्ट्रीय खेलों पर अपनी दावेदारी पेश कर रहे थे, आखिर मेंयह सम्मान उत्तराखंड की झोली में आया। खेलों की मेजबानी राज्य को मिलना एक अच्छाकदम माना जा रहा है क्योंकि इस तरह के आयोजनों से न सिर्फ राज्य में खेल सुविधाएंतेजी से विकसित होंगी बल्कि देवभूमि के खिलाड़ियों को बेहतर मौका भी मिलेगा। राज्यमें अंतरराष्ट्रीय स्तर के एथलेटिक्स ट्रैक और मैदान का निर्माण इस बात सबूत हैंकि रावत सरकार ने खेल सुविधाओं के लिए अपना खजाना खोल दिया है।
देहरादून, हल्द्वानी और टिहरी में आयोजित होनेवाले राष्ट्रीय खेलों को सफल बनाने के तैयारियां जोरों पर हैं। मैदानों कोअंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जा रहा है, साथ ही इन्फ्रास्ट्रक्चर पर भी फोकस है,ताकि खिलाड़ियों को किसी तरह की परेशानी न हो। खैर, तैयारियां कितनी कैसी चल रहीहैं, यह तो आने वाले वक्त में पता चल जाएगा। लेकिन साल 2018 में होने वालेराष्ट्रीय खेलों की मेजबानी का फायदा रावत सरकार कितना उठा पाती है, यह देखनादिलचस्प होगा।