बीती रात केंद्र की मोदी सरकार ने पूरे देश में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) लागू कर दिया है। इसे भारत की आर्थिक व्यवस्था में सबसे बड़ा सुधार बताया जा रहा है। जीएसटी लागू होने के बाद से कई चीजें महंगी हो गई हैं, तो कई चीजें सस्ती। सरकार ने मोबाइल फोन, मोबाइल फोन के कलपुर्जों और कई इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर 10 फीसदी बेसिक कस्टम ड्यूटी (BCD) लगा दी है जिसके बाद इन सामानों को विदशों से मंगाना महंगा हो जाएगा। इसका सीधा असर उनके दाम पर पडे़गा। उसके बाद उसका असर उपभोकिताओं की जेब पर पड़ेगा।
इन इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर लगा BCD
जिन इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर बेसिक कस्टम ड्यूटी लागू होगी उनमें स्मार्टफोन, फोन का चार्जर, बैटरी, हेडफोन, माइक्रोफोन, की-पैड शामिल हैं। साथ ही इसमें यूएसबी केबल और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स पर भी कस्टम ड्यूटी लगाई जाएगी। वहीं मोबाइल के कुछ अन्य पार्ट्स जैसे- प्रिंटेड सर्किट बोर्ड, कैमरा मॉड्यूल, कनेक्टर्स डिस्प्ले, टच पैनल, कवर ग्लास, वाइव्रेटर पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
इन मोबाइल कंपनियों को मिलेगी राहत
सरकार ने विदेश से मंगाए जाने वाले मोबाइल फोन, फोन के पार्ट्स पर 10 फीसदी बेसिक कस्टम ड्यूटी लगा दी है जिसके बाद दूसरे देशों से भारत में मंगाए जाने वाले स्मार्टफोन महंगे हो जाएंगे। वहीं सरकार ने जीएसटी लागू करके एप्पल, शाओमी, नोकिया, मोटोरोला, लेनोवो और अन्य घरेलू मोबाइल निर्माता कंपनियों जैसे- इंटेक्स, लावा, माइक्रोमैक्स को बड़ी राहत दी है।
यह कंपनियां बढ़ा सकती है मोबाइल के दाम
जीएसटी के तहत 10 फीसदी बेसिक कस्टम ड्यूटी लगने से विदेशी निर्माता कमपनियों पर इसका असर पड़ेगा। इससे कंपनियां बीएसडी के बाद सैमसंग, एलजी, ओप्पो, वीवो, जियोनी, एचटीसी जैसी विदेशी कंपनियां भारत में अपना मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट लगाने पर मजबूर होंगी और जब तक भारत में इन कंपनियों के मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट शुरू नहीं हो जाते, तब तक इनके फोन की कीमतों में बढ़ोत्तरी होगी।