आज की भागदौड़ भरी जिन्दगी और लगातार एक ही स्थिति में बैठकर काम करने की वजह से पीठ, कमर और घुटने के दर्द की शिकायत आम हो गई है। इस दर्द से निजात पाने के लिए फिजियोथैरेपी पर लोग न जाने कितने रुपये पानी की तरह बहा देते हैं। अब इस तरह के दर्द से एक रोबोट आराम दिलाएगा। सिंगापुर में एक ऐसा रोबोट ‘एम्मा’ तैयार किया गया है जो बिल्कुल इंसानी हाथों का अनुभव देगा। दरअसल इसमें लगा सेंसर कमर और घुटने के दर्द को महसूस करेगा और वहां मसाज देगा। इस रोबोट को विकसित करने वाली कंपनी का दावा है कि ऐसे रोबोट्स के विकास से हेल्थकेयर इंडस्ट्री में आने वाले मानव संसाधन की कमी से भी निपटने में मदद मिलेगी।
इंसानी हाथों का अनुभव
गौरतलब है कि एम्मा का मतलब ‘एक्सपर्ट मैनिपुलेटिव मसाज ऑटोमेशन’ है। रोबोट ‘एम्मा’ ने सिंगापुर के नोवा हेल्थ ट्रेडिशनल चाईनीज मेडिकल क्लिनिक में काम करना शुरू कर दिया। इस रोबोट के साथ एक फिजीशियन और एक मसाज थैरेपिस्ट भी काम कर रहे थे। आपको बता दें कि एम्मा का विकास सिंगापुर की एक स्टार्टअप कंपनी ‘एआईट्रीट’ ने किया है। इस रोबोट से मसाज ले चुके लोगों का कहना है कि यह बिल्कुल इंसान के हाथों की तरह मसाज करता है।
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3500 रुपये में होगा मसाज
यहां बता दें कि सिंगापुर में पारंपरिक मसाज लेने का खर्च करीब 45 से 75 डॉलर तक होता है जिसमें 20 मिनट का मसाज शामिल है जबकि नोवा हेल्थ टीसीएम क्लिनिक में एक मरीज को यही कंसल्टेशन मात्र 50 डॉलर में उपलब्ध होगी जिसमें 40 मिनट का मसाज भी शामिल है। अगर भारतीय रुपये में इस मसाज का अनुभव लेना चाहते हैं तो आपको करीब 3500 रुपये खर्च करने होंगे।