नई दिल्ली। क्रिकेट में दिलचस्पी रखने वालों को एक बड़ा झटका लग सता है। खबरों के अनुसार साल 2023 में विश्वकप की मेजबानी भारत से छिन सकता है। बताया जा रहा है कि पूरा मामला पैसों के लेन-देन से जुड़ा हुआ है। आईसीसी ने धमकी भरे अंदाज में बीसीसीआई को पूरे मामले से अगवत करा दिया है। बता दें कि 2016 टी-20 विश्वकप का आयोजन भारत में हुआ था और इसके लिए आईसीसी को केंद्र और राज्य दोनों ही सरकारों से टैक्स में किसी तरह की छूट नहीं मिली थी। ऐसे में अब आईसीसी पहले से ही सतर्क हो गया है और उसने उसी कर कटौती की भरपाई के लिए 31 दिसंबर से पहले 23 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 160 करोड़ रुपए) की मांग कर रहा है।
गौरतलब है कि एक अंग्रेजी अखबार की खबर के अनुसार, आईसीसी ने बीसीसीआई को सिंगापुर में हुई आईसीसी की बैठक में हुई बातों की याद दिलाई है। बैठक की बातों के अनुसार बीसीसीआई के पास अब आईसीसी की मांग को पूरा करने के लिए सिर्फ 10 दिनों का समय बचा है। आईसीसी के अध्यक्ष और पूर्व में बीसीसीआई के भी अध्यक्ष रह चुके शशांक मनोहर की माने तो अगर बीसीसीआई पैसे नहीं चुका पाता तो, वह उस राशि को भारत के वित्तीय वर्ष के लिए राजस्व हिस्सेदारी से घटा देगा।
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यहां बता दें कि आईसीसी ने यह भी कहा है कि वह 2021 चैंपियंस ट्रॉफी और 2023 के 50 ओवर के विश्वकप की मेजबानी करने के लिए ‘‘अन्य विकल्पों’’ को भी देखेगा, जो भारत में खेले जाने वाले हैं। सभी आईसीसी टूर्नामेंटों का आधिकारिक प्रसारण अधिकार रखने वाले स्टार टीवी ने 2016 में खेले गए विश्व टी-20 के लिए वैश्विक निकाय को भुगतान करने से पहले सभी करों में कटौती की थी, और अब चाहता है कि बीसीसीआई इसकी भरपाई करे।