नई दिल्ली। डब्लूडब्लूई के रिंग में आपने लोगों को एक दूसरे को पटकते हुए देखा होगा। इसमें आपने महिलाओं को भी एक-दूसरे को पटकनी देते हुए भी देखा होगा। इस रिंग में आपने भारत के पुरुष पहलवानों को भी देखा होगा लेकिन अब इस रिंग में भारत की पहली महिला पहलवान विरोधियों को धूल चटाती नजर आएंगी। जी हां, हरियाणा की कविता देवी इसके लिए चुनी गई हैं।
हरियाणा की हैं कविता
गौरतलब है कि कविता देवी एक पावरलिफ्टर और दक्षिण एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता रही हैं। कविता देवी को माई यंग क्लासिक के लिये चुना गया है जो महिलाओं के पहला डब्ल्यूडब्ल्यूई टूर्नामेंट है। आपको बता दें कि कविता ने पेशेवर रेसलर बनने के लिये डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियन ‘द ग्रेट खली’ के मार्गदर्शन में पंजाब स्थित ट्रेनिंग अकादमी में अभ्यास किया है।
पहली बार किसी भारतीय महिला को मिली जगह
यहां बता दें कि इस वर्ष अप्रैल में कविता ने डब्ल्यूई डब्ल्यूई दुबई में हिस्सा लिया था और अपने बेहतरीन प्रदर्शन की वजह से चर्चा में रही थीं। यह पहला मौका होगा जब माई यंग क्लासिक में 30 अन्य महिला उम्मीदवारों के साथ हिस्सा लेंगी। माई यंग क्लासिक प्रतियोगिता में चुने जाने पर कविता ने कहा कि मुझे खुशी है कि मैं पहली बार डब्ल्यू डब्ल्यूई महिला टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही हूं। मैं भारतीय महिलाओं को अपने प्रदर्शन से प्रेरित करने का प्रयास करूंगी और इस मंच का उपयोग देश को गौरवान्वित करने के लिये करूंगी।