टिहरी। उत्तराखंड सरकार की बैठक पहली बार पानी पर हो रही है। जी हां टिहरी झील में करीब 4 करोड़ रुपये वाली मरीना बोट को पूरी तरह से सजाया गया है। बैठक के लिए बुधवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत सुबह ही पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के साथ हैलीकाॅप्टर से टिहरी पहुंच गए थे। बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने टिहरी को उत्तराखंड का भविष्य बताया है। उन्होंने कहा कि टिहरी को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए कई योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। सीएम ने टिहरी महोत्सव के बारे मंे भी चर्चा की है।
गौरतलब है कि यह पहली बार ऐसा हो रहा है कि कैबिनेट की बैठक राजधानी से बाहर हो रही है। उत्तराखंड सरकार का मानना है कि दुनिया के सबसे बड़े बांधों में शामिल टिहरी डैम की 42 वर्ग किमी में फैली विशाल टिहरी झील, पर्यटन विकास की असीम संभावनाओं को संजोए हुए हैं। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने यहां पर्यटन विकास के लिए करोड़ों रुपये अवस्थापना विकास पर खर्च भी किए हैं। झील में बार्ज बोट, फ्लोटिंग मरीना, इको हट्स से लेकर झील किनारे आलीशान होटल भी बनकर तैयार है लेकिन पर्यटकों के अभाव में पर्यटन गतिविधियां ठप होने से सभी संसाधन बेकार पड़े हुए हैं। टिहरी झील का विकास होने से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।
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यहां बता दें कि प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों ने भी टिहरी झील में पर्यटन को बढ़ाने के मकसद से कैबिनेट बैठक आयोजित कराने की कोशिशें की थी लेकिन राजनीति के चलते ये कोशिशें आगे नहीं बढ़ पाई। वर्तमान सरकार टिहरी बांध झील में पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से कैबिनेट बैठक करने जा रही है। इससे पर्यटक और पर्यटन विकास की राह देख रही टिहरी झील में पर्यटन गतिविधियों को नया आयाम मिलने की उम्मीद जगी है।