देहरादून । उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए सरकार ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया है । राज्य सरकार ने इस संबंध में सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को एक पत्र भेजकर सूचना दे दी है । बिना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लोग अब यात्रा नहीं कर पाएंगे । इतना ही नहीं बता दें कि आगामी यात्रा के लिए मंगलवार से रजिस्ट्रेशन के लिए पोर्टल को खोल दिया गया है । पहले ही दिन बदरीनाथ और केदारनाथ में दर्शन के लिए रिकॉर्ड 31 हजार श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया।
बता दें कि एक बार फिर से देश की चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है । इस संबंध में राज्य के मुख्य सचिव एसएस संधु ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को एक पत्र लिखकर यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य करने की जानकारी दी है।
इस पत्र में कहा गया है कि इस साल चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक नई व्यवस्था की गई है । सभी मुख्य सचिवों से अनुरोध किया गया कि वे अपने राज्य के लोगों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू होने की जानकारी दें ताकि चारधाम यात्रा पर आने वाले लोगों को समय पर इसकी जानकारी मिल जाए।
पत्र में कहा, पर्यटक एक ही दिन में न आएं, ताकि भीड़ न जुटे। रजिस्ट्रेशन के मुताबिक, लोग आएंगे, तो इससे श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। उन्हें दर्शन भी अच्छे होंगे और सुरक्षा का भी ख्याल रहेगा।
तो चलिए आपको बताते हैं कि आखिर चार धाम यात्रा के लिए जाने वाले श्रद्धालु कैसे और कहां जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं ।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए आपको सबसे पहले जाना होगा www.registrationandtouristcare.uk.gov.in साइट पर ।
इतना ही नहीं अगर आप इंटरनेट के जरिए रजिस्ट्रेशन कराने के इच्छुक नहीं हैं तो आप वॉट्सएप : 8394833833 नंबर पर ''''yatra'''' लिखकर भेजें
आप touristcareuttarakhand एप के जरिए भी अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं । आपको यह ऐप डाउनलोड करना होगा ।
इतना ही नहीं उत्तराखंड से बाहर के राज्यों के लिए टोल फ्री नंबर : 01351364 है ।
कतार प्रबंधन के लिए टोकन सिस्टम
चारों धामों में कतार प्रबंधन के लिए स्लॉट टोकन सिस्टम लागू होगा। पर्यटन, लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज ने चारधाम यात्रियों की सुविधा के लिए सभी विभागों को समय से होमवर्क तैयार करने के निर्देश दिए। चारधाम में तीर्थयात्रियों की संख्या निर्धारित करने पर तीर्थ पुराहितों ने आपत्ति जताई है। तीर्थ पुरोहित महापंचायत को इस बात पर ऐतराज है कि इस संख्या को तय करने से पहले उनसे वार्ता ही नहीं की गई। बहरहाल, अब सरकार ने तय किया है कि सभी हितधारकों से बातचीत के बाद ही तीर्थयात्रियों की संख्या तय की जाएगी।
प्रतिदिन यात्रियों की संख्या हुई तय
पर्यटन विभाग ने चारधाम यात्रा के लिए प्रतिदिन आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या का प्रस्ताव तैयार किया था। इसमें बदरीनाथ धाम में 18 हजार, केदारनाथ में 15 हजार, गंगोत्री में नौ हजार व यमुनोत्री में छह हजार की संख्या का प्रस्ताव था। इस पर उत्तराखंड चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत में आपत्ति जताई है।