देहरादून। देहरादून में महिला सुरक्षा के दावे करने की पोल खुल गई है। एक शिक्षिका की जागरूकता से बड़ी अनहोनी टल गई लेकिन यह घटना महिला सुरक्षा पर सवाल खडे़ कर गई। पीड़ित महिला ने ट्वीट कर पूरी जानकारी मुख्यमंत्री को दी, सीएम ने इस पर संज्ञान लेेते हुए फौरन जांच के आदेश दिए हैं। बता दें कि मामला दून में सिटी बस में सवार एक महिला शिक्षिका ने मुख्यमंत्री से शिकायत की कि चालक ने बदनीयती से उन्हें बल्लूपुर चौक पर उतारने के बजाए बस दौड़ा दी। उसके चिल्लाने पर भी बस नहीं रुकी तो शिक्षिका ने पुलिस से मोबाइल पर बात होने का डर दिखाकर बस को रुकवाया।
महिला सुरक्षा का मामला
गौरतलब है कि यह मामला 3 दिसंबर का है जब पीड़ित महिला शिक्षिका प्रेमनगर से बल्लूपुर चौक के लिए सिटी बस में सवार हुई थीं। कंडक्टर को किराया देकर अपने स्टॉप की जानकारी दी थी। उस समय बस में 10 के करीब यात्री सवार थे, जिनमें से कई वसंत विहार के पास उतर गए। वह बल्लूपुर में उतरने के लिए पहले ही सीट से खड़ी हो गई थीं। महिला ने आरोप लगाया कि चालक बस को नीचे ले जाने के बजाए फ्लाई ओवर के ऊपर से तेज रफ्तार में ले गया। कंडक्टर से बस रुकवाने को कहा तो वह भी चुप्पी साधे खड़ा रहा। जब वह बस रुकवाने के लिए चिल्लाईं, तो चालक ने बस की रफ्तार और तेज कर दी। पहले तो डराने के मकसद से उसने कहा कि वह अपने पापा को फोन कर रही है इसके बाद उसने पुलिस को फोन किया लेकिन फोन नहीं लगा। इसके बाद उसने अपनी समझदारी का परिचय देते हुए फोन पर पुलिस को बस की लोकेशन बताने जैसी बातें करने लगी इसके बाद कंडक्टर ने बस को रुकवाया।
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सीएम ने दिए जांच के आदेश
यहां बता दें कि पीड़िता ने ट्वीट कर अपनी पीड़ा सीएम से साझा की तो सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिला एसएसपी को कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस आरोपी चालक और परिचालक की तलाश में जुट गई है।
मुख्यमंत्री ने दिया जवाब
अपने ट्वीट में मुख्यमंत्री ने लिखा कि मैंने यह पूरा घटनाक्रम दो बच्चियों के पिता होने के भाव से पढ़ा है। मैं वैसा ही महसूस कर रहा हूं जैसा कि तुम्हारे पिता करते। मुख्यमंत्री होने के नाते मैं तुम्हें भरोसा दिलाता हूं कि किसी प्रकार की चिंता मत करो। मैंने एसएसपी देहरादून को यह मामला सौंप दिया है।