हल्द्वानी। उत्तराखंड के नैनीताल स्थित प्रतिष्ठित स्कूल शेरवुड के दो शिक्षकों को बच्चों के साथ की गई लापरवाही काफी महंगी पड़ी है। बता दें कि मामला साल 2010 का है जब छात्रों के शैक्षिक भ्रमण के दौरान ट्रैक्टर ट्राली पलटने से 2 बच्चों की मौत हो गई थी और 7 गंभीर रूप से घायल हो गए थे। कोर्ट ने इस मामले में छात्रों के साथ गए शिक्षकों को दोषी पाया है और ट्रैक्टर चालक के साथ दोनों शिक्षकों को एक-एक साल की सजा सुनाई है।
छात्रों की हुई मौत
गौरतलब है कि साल 2010 में शेरवुड कॉलेज नैनीताल के बच्चों का एक दल शैक्षणिक भ्रमण पर रामनगर के सीतावनी गया था। उनके साथ स्कूल के शिक्षक आशीष द्विवेदी एवं रोहित जलाल को भेजा गया था, सीतावनी से भीतर जंगल में घुमाने के लिए बच्चों को ट्रैक्टर ट्राली में बिठाया गया था। बच्चों से भरे ट्रैक्टर ट्राॅली को ग्राम क्यारी रामनगर का रहने वाला आनंद सती चला रहा था। बता दें कि ट्राली में 42 बच्चे सवार थे। जंगल के बीच ट्राली अनियंत्रित होकर पलट गई थी जिसमें कानपुर (उप्र) निवासी छात्र इब्राहीम अंसारी (14) तथा नवाबी रोड हल्द्वानी निवासी अनमोल भट्ट (14) की ट्राली के नीचे दबने से मौत हो गई थी जबकि 7 अन्य बच्चों को गंभीर चोटें आ गई थीं।
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सिविल जज की अदालत में चला मामला
आपको बता दें कि इस मामले में कालाढूंगी थाने में ट्रैक्टर चालक आनंद के साथ ही शिक्षक आशीष एवं रोहित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था और न्यायिक मजिस्ट्रेट/प्रथम अपर सिविल जज (जूडि) मंजू देवी की अदालत में मामले की सुनवाई चली।