देहरादून। उत्तराखंड में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए 917 प्रवक्तओं के साथ 1350 सहायक शिक्षकों (एलटी कैडर) की भी सीधी भर्ती की जाएगी। बता दें कि ये पद एलटी से प्रवक्ता कैडर में 1949 शिक्षकों की पदोन्नती के बाद खाली हो रहे हैं। इनमें से करीब 70 फीसदी पदों को सीधी भर्ती से भरा जाएगा। शिक्षा विभाग की तरफ से इसकी तैयारी भी शुरू कर दी गई है। बता दें कि 31 मार्च के बाद अतिथि शिक्षकों की सेवाएं खत्म होने और बड़ी संख्या में शिक्षकों के सेवानिवृत्त होने की वजह से प्रदेश में शिक्षकों की भारी कमी होने वाली है। शिक्षा निदेशक आरके कुंवर ने अधीनस्थ कर्मचारी चयन आयोग से जनवरी में हुई एलटी भर्ती का रिजल्ट जल्द जारी करने की गुजारिश भी की है।
गौरतलब है कि जनवरी में एलटी शिक्षकों के 1214 पदों के लिए परीक्षा हुई थी लेकिन उसका परिणाम अभी घोषित नहीं किया गया है। नए शिक्षा सत्र में संभावित शिक्षकों की कमी को देखते हुए विभाग ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। बता दें कि आर के कुंवर ने बताया कि प्रवक्ता के साथ ही एलटी की एक ओर सीधी भर्ती शुरू करने की भी तैयारी की जा रही है। प्रवक्ता कैडर में पदोन्नती से खाली हुए पदों की संख्या स्पष्ट होते ही एलटी की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। किसी तरह की गड़बड़ी की आशंका न हो इसके लिए कोशिश की जा रही है एक साल के भीतर-भीतर सीधी भर्ती के अधिकांश पदों को भर लिया जाए।
ये भी पढ़ें - योगी आदित्यनाथ के पिता की हालत नाजुक ,एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाया गया, वरिष्ठ डाॅक्टर रख रहे सेहत पर नजर
यहां बता दें कि 31 मार्च के बाद अपनी सेवाएं खत्म होने से परेशान अतिथि शिक्षक संघ ने शिक्षा विभाग से उनके हितों की रक्षा का ध्यान रखने का अनुरोध किया है। संघ अध्यक्ष विवेक यादव ने शिक्षा निदेशक आरके कुंवर से मुलाकात कर कहा कि अतिथि शिक्षक पिछले 3 सालों से लगातार सेवाएं दे रहे हैं। प्रदेश के दुर्गम क्षेत्र के स्कूलों में इन अतिथि शिक्षकों की मेहनत के कारण शिक्षा में सुधार आया है। अतिथि शिक्षक भी इसी प्रदेश के बेटे हैं, ऐसे में सीधी भर्ती के वक्त उनके हितों को भी ध्यान में रखा जाए।