देहरादून। रोशनी के पर्व दिवाली के मौके पर राज्य में अंधेरा छा सकता है। राज्य के बिजली कर्मियों ने मांगों के पूरा न होने की सूरत में हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है। ऊर्जा ऑफिसर्स, सुपरवाइजर्स एंड स्टाफ एसोसिएशन ने सोमवार को सरकार को अल्टीमेटम दिया कि यदि वेतन विसंगति दूर करने के साथ ही एसीपी की पूर्व की व्यवस्था लागू नहीं की गई तो हड़ताल निश्चित है।
बिजली कर्मियों का वेतन हुआ कम
गौरतलब है कि राज्य के बिजली कर्मचारी काफी समय से वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग कर रहे हैं। ऊर्जा ऑफिसर्स, सुपरवाइजर्स एंड स्टाफ एसोसिएशन की बैठक में केंद्रीय अध्यक्ष डीसी गुरुरानी ने सातवें वेतनमान में जहां प्रदेशभर के दूसरे कर्मियों के वेतन में इजाफा हुआ है, वहीं बिजली कर्मियों के वेतन कम कर दिए गए। गुरुरानी ने कहा कि अलग राज्य के गठन के साथ ही इस बात का निर्णय हो गया था कि बिजली कर्मचारियों का वेतन और सेवा शर्तों में किसी भी हाल में यूपी के कर्मचारियों से कम नहीं किया जाएगा।
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आज होगा प्रदर्शन
आपको बता दें कि डीसी गुरुरानी ने कहा कि सरकार ने पहले हुई बैठक में इस बात का फैसला लिया गया था कि छठे वेतनमान की विसंगतियों को सातवें वेतनमान में दूर कर दिया जाएगा लेकिन इसमें मामले को और अधिक उलझा दिया गया। उन्होंने कहा कि एसीपी के लाभ में बदलाव मंजूर नहीं है। इसके खिलाफ बिजली के सभी संगठन संयुक्त रूप से अभियान चलाएंगे। सरकार के इस फैसले के खिलाफ बिजली कर्मचारी मंगलवार को पिटकुल मुख्यालय के गेट पर प्रदर्शन करेंगे। गेट मीटिंग के बाद सरकार के स्तर पर चल रही तैयारियों की समीक्षा कर राज्यस्तरीय आंदोलन की घोषणा की जाएगी।