देहरादून। राजाजी पार्क में साल 2013 में हुई वनरक्षकों की भर्ती में फर्जीवाड़ा सामने आया है। इसमें पहली बार वन्यजीव प्रतिपालक प्रदीप कुमार ने तीन बर्खास्त वनरक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। इसके बाद अब इन पर कार्रवाई की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। शहर कोतवाली में जाकिर हुसैन निवासी गुमखाल पौड़ी, सूर्यप्रकाश निवासी उत्तरकाशी और कुलदीप सिंह नेगी निवासी पल्ली पौड़ी के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर नौकरी पाने का केस दर्ज किया गया।
नियमों की अनदेखी
गौरतलब है कि साल 2013 में पार्क के उपनिदेशक की 4 सदस्यीय कमेटी ने वनरक्षकों की भर्ती फर्जी दस्तावेजों के आधार पर की थी। इनकी नियुक्ति में हुए फर्जीवाड़े को लेकर ऋषिकेश के आरटीआई कार्यकर्ता के द्वारा दस्तावेज दिखाकर उच्च अधिकारियों से शिकायत की। जिस पर दिसंबर 2013 में जांच एपीसीसीएफ डॉ. धनंजय मोहन को दी गई। जांच में चार फाॅरेस्ट गार्ड के दस्तावेज फर्जी पाए जाने पर उन्हें 2016 में बर्खास्त कर दिया गया।
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विभागीय जांच की सिफारिश
इसके बाद तत्कालीन उपनिदेशक एच के सिंह और दूसरे अधिकारियों से इसका जवाब मांगा गया लेकिन संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। हरिद्वार के डीएफओ ने कहा कि समय कम होने के कारण वे ठीक ढंग से प्रमाणपत्रों की जांच नहीं कर पाए। उनकी इस दलील को शासन ने नहीं माना। एचके सिंह व तीन सदस्यों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई और भर्तियों की विजिलेंस जांच की सिफारिश की गई है जिस पर सरकार को निर्णय लेना है।