देहरादून। राज्य में आपदा प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से बड़ी पहल की गई है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में सभी जिलाधिकारियों को बारिश के मौसम से पहले आपदा से निपटने के लिए 5-5 करोड़ रुपये दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा से निपटने के लिए स्थानीय युवाओं की भागीदारी काफी अहम है ऐसे में उन्हें भी प्रशिक्षित किया जाए। मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की वेबसाइट (usdma.uk.gov.in) एवं लोगो का विमोचन किया तथा आई.आर.एस से संबंधित मोबाईल एप्लीकेशन को भी लाॅन्च किया।
गौरतलब है कि सीएम ने महिला मंगल दलों एवं युवा मंगल दलों को दोबारा आपदा से राहत एवं बचाव की ट्रेनिंग देने की वकालत की है। उन्होंने स्थानीय स्तर पर आपदा राहत एवं बचाव के लिए आवश्यक उपकरणों की पूर्ण व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम (आई.आर.एस) को और अधिक सुदृढ़ बनाने के साथ अर्ली वार्निग सिस्टम को और अधिक मजबूत करने की जरूरत है।
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आपको बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील स्थलों पर विशेष सुरक्षा बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने भूकंप के लिहाज से अति संवेदनशील संस्थानों को चिन्हित करने एवं उससे बचाव के लिए प्रभावी उपाय तलाशने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों में संचार सुविधा को बढ़ाने के लिए बैलून तकनीक विकसित की जाए। उन्होंने अधिकारियों से रात के वक्त आपदा राहत एवं बचाव के लिए की जा रही तैयारियों की जानकारी भी ली है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने बैठक के दौरान उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण की वेबसाइट (usdma.uk.gov.in) एवं लोगो का विमोचन किया तथा आई.आर.एस से संबंधित मोबाईल एप्लीकेशन को लाॅच किया। इसके अलावा उन्होंने सैन्डई रूपरेखा, आई.आर.एस के काॅफी टेबल बुक, युवक एवं महिला मंगल दल प्रशिक्षण, एनडीएम के सहयोग से संचालित आपदा सुरक्षा मित्र योजना एवं आईआरएस चेकलिस्ट पुस्तिकाओं का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के लोगो के डिजाइन प्रतियोबिता जीतने वाले नरेन्द्र तोमर को 25 हजार रुपये की धनराशि एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया। आपदा में सर्च एवं रेसक्यू में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले युवाओं को सम्मानित भी किया गया।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने कहा कि प्रदेश में 2013 की आपदा से संबधित बड़ी घटनाओं के बाद राज्य में एसडीआरएफ का गठन किया गया। उन्होंने एसडीआरएफ के द्वारा किए गए कामों को भी गिनाया। आपदा से निपटने की जानकारी देते हुए आपदा प्रबंधन सचिव अमित नेगी ने बताया कि इसके लिए करीब 500 महिला मंडलों को प्रशिक्षण दिया गया है।