देहरादून। उत्तराखंड में पलायन से सबसे ज्यादा प्रभावित गांव जल्द ही एक बार फिर से आबाद होंगे। प्रदेश सरकार इसके लिए कदम उठाना शुरू कर दिया है। राज्य के ग्राम्य विकास विभाग और पलायन आयोग मिलकर कार्ययोजना तैयार कर रहा है। बता दें कि प्रदेश में पलायन की मार से सबसे अधिक प्रभावित अल्मोड़ा और पौड़ी जिले के 60 गांव प्रभावित हुए हैं। इन गांवों की जनसंख्या महज 2 से लेकर 10 के बीच रह गई है। अब सरकार की ओर से इसे एक बार फिर से बसाने की तैयारी की जा रही है।
गौरतलब है कि राज्य का अल्मोड़ा और पौड़ी जिले पर पलायन की सबसे ज्यादा मार पड़ी है। गांव में रोजगार की कमी और शिक्षा की कोई सुविधा नहीं होने की वजह से इन जिलों के ज्यादातर गांवों से लोग पलायन कर गए हैं। गांवों से लगातार हो रहे पलायन को रोकने के लिए ग्राम्य विकास और पलायन आयोग ने मिलकर कार्ययोजना तैयार कर रहा है जिसके तहत इन गांवों को फिर से बसाया जाएगा।
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यहां बता दें कि पहले चरण में अल्मोड़ा और पौड़ी के 30-30 गांवों को लिया गया है। आयोग के उपाध्यक्ष डॉ.एसएस नेगी बताते हैं कि महज 2 से 10 के बीच जनसंख्या वाले इन गांवों का सर्वे कर वहा रह रहे लोगों की राय के आधार पर कृषि समेत आर्थिक गतिविधियों के लिए कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
इन गांवों को बसाने से पहले इनका सर्वे कराया जाएगा। इन गांवों में खाली पड़ी जमीन, घरों और वहां की आर्थिक और कृषि जैसी सुविधाओं के विकास का भी सर्वे किया जाएगा। इसके बाद ही रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी।