देहरादून। गैरसैंण में 20 मार्च से होने वाले विधानसभा के बजट सत्र की तैयारियां जोरों पर है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इसका विरोध करने का फैसला कर लिया है। हरदा गैरसैंण में प्रस्तावित सचिवालय परिसर वाली जगह पर सत्र शुरू होने से पहले सांकेतिक उपवास करेंगे। इस उपवास में उनके साथ पूर्व स्पीकर गोविंद सिंह कुंजवाल और डिप्टी स्पीकर डॉ. अनुसूया प्रसाद मैखुरी भी शामिल रहेंगे। हरदा का कहना है कि मौजूदा सरकार गैरसैंण को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि गैरसैंण में विधानसभा भवन समेत अन्य बुनियादी सुविधाओं का जो विकास कांग्रेस सरकार के वक्त हुआ था, वो पूरी तरह से थम चुका है।
डबल इंजन का नहीं मिल रहा फायदा
गौरतलब है कि हरीश रावत के कांग्रेस के संगठनात्मक कार्यों के कार्यक्रम में भाग न लेने पर विवाद बढ़ता जा रहा है। इस पर उन्होंने कहा कि जल्द ही वे उसमें भी भाग लेंगे लेकिन गैरसैंण में उपवास वे स्वयं करने जा रहे हैं। अपनी पार्टी संगठन से भी उन्होंने कहा कि सरकार को नींद से जगाने के लिए कोई न कोई कार्यक्रम किया जाना चाहिए। हरीश रावत ने सरकार की नीतियों पर भी गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस डबल इंजन के नाम पर जनता ने भाजपा को प्रचंड बहुमत दिया था, उस इंजन की आवाज दूर-दूर तक नहीं सुनाई दे रही।
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फैसले के स्वागत
हालांकि गैरसैंण में पूरा बजट सत्र आयोजित कराने के त्रिवेन्द्र रावत सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का यह कदम काफी अच्छा है और इसकी सराहना की जानी चाहिए।