देहरादून। राज्य में एनसीईआरटी किताबों के लागू होने के बाद अभिभावकों पर निजी प्रकाशकों और स्कूलों के द्वारा दवाब बनाने का सिलसिला जारी है। इससे निपटने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय ने संज्ञान लेते हुए कंट्रोल रूम की स्थापना की थी। बता दें कि इस कंट्रोल रूम में एक दिन में सैकड़ों अभिभावकों की शिकायतें दर्ज की गई हैं। अब इन सब की जांच करने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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गौरतलब है कि प्रदेश में नए सत्र से एनसीईआरटी की किताबें लागू कर दी गई हैं। सरकार के इस फैसले का निजी स्कूल संचालकों ने काफी विरोध किया लेकिन सरकार ने अपनी बात स्पष्ट कर दी थी कि किताबों को लागू करने का फैसला वापस नहीं लिया जाएगा। सरकार के फैसले को लेकर स्कूल संचालक कोर्ट में चले गए थे। किताबों को लेकर निजी स्कूलों या प्रकाशकों के द्वारा अभिभावकों पर दवाब बनाने की शिकायतें सोशल मीडिया पर मिलने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने कंट्रोल रूम की स्थापना की थी। इसके पहले दिन देहरादून से सबसे अधिक 44, जबकि प्रदेशभर के पांच जिलों से 136 शिकायतें आईं। हरिद्वार से 40, ऊधमसिंह नगर से 30, उत्तरकाशी से 12, चमोली से 6 और कोटद्वार से 4 शिकायतें आईं हैं। मुख्य शिक्षा अधिकारी एसबी जोशी ने बताया कि कंट्रोल रूम में ईमेल के जरिए आई शिकायतों पर भी स्कूल की जांच की जाएगी।