देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नेपाल यात्रा के बाद दोनों देशों के रिश्तों में और मजबूती आने लगी है। इसमें उत्तराखंड भी अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। भारत और नेपाल के बीच होने वाला संयुक्त सैन्य अभ्यास सूर्यकिरण-13 उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में होने वाला है। 30 मई से 12 जून तक चलने वाले इस संयुक्त सैन्य अभ्यास में दोनों देशों की सेनाएं आपस में खूफिया सूचनाओं के आदान-प्रदान के साथ ही युद्ध तकनीक पर भी अपनी रणनीति साझा करेंगी।
गौरतलब है कि भारत और नेपाल के बीच होने वाले इस संयुक्त सैन्य अभ्यास में दोनों देशों की सेनाएं पहाड़ी क्षेत्रों में होने वाले घुसपैठ को रोकने के लिए भी काम करेंगे। बता दें कि सूर्य किरण दोनों देशों के बीच होने वाला नियमित अभ्यास है जिसे दोनों देश बारी-बारी से आयोजित करती हैं। गौर करने वाली बात है कि सूर्य किरण एक ऐसा संयुक्त सैन्य अभ्यास कार्यक्रम है जिसमें भारत के साथ होने वाले दूसरे अंतरराष्ट्रीय युद्धाभ्यास के मुकाबले सबसे ज्यादा सैनिक हिस्सा लेते हैं।
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यहां बता दें कि संयुक्त सैन्य अभ्यास का मकसद युद्धकौशल में निखार लाने के साथ ही आपदा प्रबंधन और राहत और बचाव कार्य को भी सही तरीके से अंजाम देने की जानकारी देना होता है। पिथौरागढ़ में होने वाले भारत-नेपाल के संयुक्त सैन्य अभ्यास से दोनों देशों के संबंधों में और मजबूती आने की संभावना जताई जा रही है।