देहरादून। मसूरी के प्रतिष्ठित आईएएस एकेडमी में साल 2015 में एक आईटीबीपी के जवान चंद्रशेखर द्वारा अपने अधिकारी को गोली मारने की घटना को अंजाम देने के मामले में कोर्ट ने शनिवार को आईटीबीपी के जवान को दोषी करार दिया है। कोर्ट अब उसकी सजा का ऐलान 27 मार्च को करेगा। बता दें कि अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत दी गई सजा से नाराज आईटीबीपी के जवान ने अपने कमांडर की गोली मारकर हत्या कर दी थी वहीं उनके बचाव में आए एक जवान मोहम्मद अख्तर गंभीर रूप से घायल हो गया था। हत्या को अंजाम देने के बाद जवान वहां से एक राइफल और 70 कारतूस लेकर फरार हो गया था।
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गौरतलब है कि मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के रहने वाले जवान ने 2 दिनों के बाद चंडीगढ़ में आत्मसमर्पण कर दिया था। शनिवार को एडीजे थर्ड अजय चौधरी की अदालत में सुनवाई करते हुए आरोपी जवान चंद्रशेखर को दोषी करार दिया है। बताया जा रहा है कि घटना की शुरुआत कांस्टेबल चंद्रशेखर पर अनुशासनात्मक कार्रवाई को लेकर शुरू हुई थी जब सब-इंस्पेक्टर सुरेंद्र ने आरोपी कांस्टेबल चंद्रशेखर को अनुशासन के मामले में एक दिन की सजा सुनाई थी। माना जा रहा है कि वरिष्ठ अधिकारी के फैसले से नाराज कांस्टेबल ने एक एलएमजी से अपने अधिकारी सुरेंद्र पर गोली चला दी, जिससे उनकी मौत हो गयी थी। इस दौरान बीच-बचाव करने आए कॉन्स्टेबल मोहम्मद अख्तर घायल हो गए थे।