देहरादून। किडनी रैकेट मामले में पुलिस ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इस सिलसिले में उत्तरांचल डेंटल सेंटर के प्रबंध निदेशक डाॅक्टर अरूण पांडे और उनके सहयोगी डाॅक्टर योगी को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि लालतप्पड़ इलाके में गंगोत्री चैरिटेबल अस्पताल में अवैध तरीके से चलाए जा रहे किडनी ट्रांसप्लांट के मास्टर माइंड डाॅक्टर अमित को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई
गौरतलब है कि उत्तराखंड के डेंटल कॉलेज परिसर में 11 सितंबर को किडनी रैकेट का खुलासा होने के बाद कॉलेज प्रबंधन पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न होने से लोगों में काफी नाराजगी थी। पुलिस का कहना है कि वह कॉलेज प्रबंधन पर कड़ी कार्रवाई के लिए साक्ष्य जुटाने में लगी थी। साक्ष्य मिलने पर पुलिस ने मुकदमे में कॉलेज प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराते हुए अरुण पांडे और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तार दोनों आरोपियों को वहां चल रहे रैकेट की पूरी जानकारी थी। इतना ही नहीं, अस्पताल की लीज समाप्त होने और उसके अक्सर बंद रहने के बावजूद कॉलेज प्रबंधन ने कोई ध्यान नहीं दिया। ऐसे में उसकी भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। वहीं एसपी देहात सरिता डोभाल ने किडनी प्रकरण के आरोपियों में कॉलेज प्रबंधन के शामिल होने की पुष्टि की है।
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