देहरादून। स्कूली बाॅक्सिंग में उत्तराखंड का भले ही दबदबा रहा हो लेकिन बाॅक्सिंग चैम्पियनशिप में अव्यवस्था भी काफी हावी रहा है। शिक्षामंत्री को विजेताओं को देने के लिए रखे गए मेडल ऐन मौके पर नहीं मिले, इस वजह से दूसरे खिलड़ियों के गले से मेडल उतार कर दूसरों को देने पड़े। हालांकि बाद में मेडल के डिब्बे में निकाल कर उत्तराखंड के तीन खिलाड़ियों को मेडल दिए गए। मंत्री ने इसपर खिलाड़ियों से खुले तौर पर माफी भी मांगी।
तालमेल का अभाव
गौरतलब है कि उत्तराखंड नेशनल बॉक्सिंग की मेजबानी कर रहा था जिसमें 500 से ज्यादा खिलाड़ियों के साथ ही प्रत्येक राज्य से प्रशिक्षकों की टीमों के लिए तमाम तरह की व्यवस्थाएं तो की गई थी लेकिन आयोजकों में तालमेल के अभाव की वजह से काफी अव्यवस्था नजर आई। बता दें कि ठंड के बीच जहां खिलाड़ियों को जमीन पर सोना पड़ा और सुबह गरम पानी तक की व्यवस्था नहीं हो पाई। यहां तक की प्रतियोगिता में रेफरी समेत दूसरी जिम्मेदारी संभालने वालों के लिए स्मृति चिन्ह भी कम पड़ गए।
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मंत्री ने मांगी माफी
आपको बता दें कि अपर निदेशक खेल अनिल भारद्वाज ने सफाई देते हुए कहा कि खिलाड़ि़यों के हिसाब से मेडल लिए गए थे। इनकी कमी नहीं पड़ी। हां, स्मृति चिन्ह को लेकर किसी तरह की कमी रह गई थी, जिस पर स्थानीय स्तर पर सहयोग करने वालों को स्मृति चिन्ह नहीं दे पाए। यहां बता दें कि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने अपने समापन भाषण में कहा कि खिलाड़ियों को सीमित व्यवस्थाओं में प्रतियोगिता में हिस्सा लेना पड़ा। खिलाड़ियों को हुई असुविधा के लिए उन्होंने खुले तौर पर माफी भी मांगी।