देहरादून। राज्य में चलने वाले मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों को भी अब सरकारी स्कूलों के छात्रों की तरह खेलकूद के मौके मिलेंगे। केन्द्र और राज्य सरकार के निर्देश के बाद मदरसा शिक्षा बोर्ड ने शासन को इसका प्रस्ताव भेजा था जिसे मंजूर कर लिया गया है और यहां भी जिला और राज्य स्तर की खेल-कूद प्रतियोगिता आयोजित करने के आदेश दिए गए हैं। ऐसे में अब मदरसों में शिक्षा हासिल करने वाले छात्रों को भी खेल-कूद में हिस्सा लेने का समान मौका मिलेगा।
गौरतलब है कि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से मदरसों को भी आधुनिक शिक्षा से जोड़ने के लिए वहां सिर्फ धर्म की शिक्षा देने के बजाय दूसरे विषयों की भी शिक्षा देने के निर्देश दिए गए थे ताकि उन छात्रों को भी बाकी छात्रों की तरह सभी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने का मौका मिल सके।
ये भी पढ़ें - माउंटेन बाईकिंग में घायल हुए फौजी के लिए ‘देवदूत’ बने जज, अस्पताल पहुंचाकर करवाया इलाज
यहां बता दें कि सरकार के इस निर्देश के बाद मदरसा बोर्ड ने इसका प्रस्ताव शासन को भेजा था जिसे मंजूरी मिल गई है। अब राज्य के मदरसों में भी जिला और राज्य स्तर की खेल प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। मदरसा शिक्षा बोर्ड के डिप्टी डायरेक्टर अखलाक अहमद ने बताया कि शिक्षा विभाग के साथ मिलकर खेल कूद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
गौर करने वाली बात है कि मदरसों में अभी तक पब्लिक स्कूलों की तरह केजी, नर्सरी आदि कक्षाओं की व्यवस्था नहीं रही है। सरकारी स्कूलों के इस संबंध में योजना बनाने के साथ मदरसा बोर्ड ने भी तैयारी शुरू कर दी है। डिप्टी डायरेक्टर अखलाक अहमद ने बताया कि केंद्रीय भारत बोर्ड मंडल की समकक्षता के बाद इस संबंध में प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। मंडल ने उत्तराखंड की मदरसा डिग्रियों को समकक्षता दिए जाने के संबंध में स्वीकृति दी है। इसका प्रस्ताव शासन को दिया गया है।