देहरादून। उपनल के जरिए नौकरी पाने वाले उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष के पुत्र पीयूष अग्रवाल के इस्तीफा देने के बाद अब उपनल के जरिए होने वाली भर्तियां भी लटक गई हैं। यहां बता दें कि जल निगम में ही उपनल के जरिए करीब 117 भर्तियां होने वाली थी लेकिन अब भर्तियों पर हुए विवाद के बाद मामला थोड़ा ठंडा पड़ गया है। इससे इंजीनियरों की कमी से जूझ रहे निगम का काम प्रभावित हो रहा है। शासन की तरफ से वित्तीय कमी का हवाला दिए जाने के बाद आउटसोर्स के जरिए भर्ती करने के निर्देश दिए गए हैं।
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गौरतलब है कि शासन की तरफ से मिले आदेश के बाद अब निगम के एमडी ने उपनल को पदों का ब्योरा व भर्ती का प्रस्ताव भेजा है। बताया जा रहा है कि इस प्रस्ताव को भेजे हुए 3 महीने बीत चुके हैं लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। जल निगम के एमडी ने बताया कि इंजीनियरों की कमी की वजह से लगातार काम प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में चल रहीं परियोजनाओं को तय समय पर पूरा करने के लिए इंजीनियरों की भर्ती की मांग की गई थी लेकिन उपनल को भर्ती का प्रस्ताव भेजे 3 महीने से ज्यादा हो चुके हैं अब तक कई रिमाइंडर भेजने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिला है। ऐसे में अब परियोजनाओं के पूरा होने में देरी होना लाजमी है।