देहरादून। उत्तराखंड के विकास के लिए सरकार की तरफ से कोशिशें तेज की जा रहीं हैं। इसके लिए उत्तराखंड के पांच शहर देहरादून, रुद्रपुर, हरिद्वार, हल्द्वानी और काशीपुर में जल्द ही आउटर रिंग रोड बनेंगी। केंद्र सरकार ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही केंद्र ने जमीन अधिग्रहण का खर्चा राज्य से वहन करने को कह दिया है। इसके साथ ही देहरादून शहर को और ज्यादा आकर्षक बनाने के लिए रिस्पना और बिंदाल नदी का विकास पीपीपी मोड पर किया जाएगा। सरकार के प्रवक्ता और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने इसकी जानकारी दी।
राज्य में बनेंगे आउटर रिंग रोड
गौरतलब है कि बेहतर सड़कें विकास का आईना मानी जाती हैं। इसके लिए केन्द्र सरकार ने प्रदेश के पांच शहरों में आउटर रिंग रोड बनाने की मंजूरी दी है। ये सड़कें बन जाने के बाद यहां विकास कार्यों को रफ्तार मिलेगी। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि राज्य सरकार पहले ही दून और हरिद्वार में चार हजार करोड़ की लागत से आउटर रिंग रोड का प्रस्ताव तैयार कर चुकी है। हरिद्वार में रिंग रोड का कुछ हिस्सा सुरंग के जरिए भी बनाए जाने की योजना है। देहरादून में भी आउटर रिंग रोड का प्रस्ताव है। आउटर रिंग रोड बनने से राज्य के प्रमुख शहरों में जाम की समस्या का समाधान काफी हद तक हो जाएगा।
ये भी पढ़ें - बोर्ड की परीक्षा देने वाले छात्रों को बड़ी राहत, उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने बदला परीक...
नदियों का विकास
वहीं देहरादून को साफ-सुथरा बनाने और इसे लोगों के साथ यहां आने वाले पर्यटकों के लिए बेहतर बनाने के लिए शहर के बीचोबीच बहने वाली नदियां रिस्पना और बिंदाल का विकास पीपीपी मोड के जरिए की जाएगी। दो चरणों में किए जाने वाले विकास पर करीब 1500 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। सरकार रिस्पना और बिंदाल नदियों को उद्गम स्थल से शुरू कर अंतिम छोर तक जीवित करते हुए इसके तटों को भी खूबसूरत बनाने के लिए विस्तृत कार्य योजना बना रही है। इसके लिए नदियों के किनारे बड़े पैमाने पर पेड़ लगाने की भी योजना तैयार की जा रही है। सरकार की कोशिश यह है कि पहले इन दोनों नदियों को इस स्थिति में लाया जाए ताकि ये 12 महीने बहती रहें।