देहरादून। उत्तराखंड में रविवार को हुए स्थानीय निकाय के चुनाव के मतों की गिनती मंगलवार से जारी है। खबरों के अनुसार मेयर के पदों पर भाजपा ने अपना दबदबा बरकरार रखा है जबकि वार्ड सदस्यों में निर्दलीय उम्मीदवार दोनों ही मुख्य पार्टियों पर भारी पड़े हैं। कई वार्डों में लोगों ने पारंपरिक नेताओं को ठुकराकर नए चेहरों को चुना है। इसका एक उदाहरण 3 बार की कांग्रेस पार्षद रहीं बीना बिष्ट को चुनाव से ठीक पहले पाला बदलना महंगा पड़ा और उन्हें हार का सामना करना पड़ा। बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने मतदान के बाद कहा था कि लोगों ने सरकार के काम पर वोट दिया है।
गौरतलब है कि अब तक नतीजों में भाजपा ने 6 नगर निगम सीटों में से 5 पर जीत दर्ज की है। 1 सीट कांग्रेस के खाते में गई है। वहीं दूसरी तरफ पार्षद के पद पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने दोनों ही पार्टियों के नेताओं को पछाड़ दिया है। अभी मतों की पूरी गिनती नहीं हो पाई है।
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यहां बता दें कि देहरादून नगर निगम की सीट पर भाजपा के सुनील उनियाल गामा विजयी रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस के दिनेश अग्रवाल को मात दी है। इसके अलावा ऋषिकेश, काशीपुर, हल्द्वानी और रुद्रपुर मेयर सीट पर भी भाजपा ने परचम लहराया है। वहीं कोटद्वार में कांग्रेस ने बाजी मारी निर्दलीय उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे जबकि भाजपा तीसरे स्थान पर रही है।
भाजपा के सुशील गुप्ता लक्खीबाग से 2 बार से पार्षद रहे लेकिन इस बार मतदाताओं ने उन्हें नकार कर नए चेहरे आयुष गुप्ता (कांग्रेस) पर भरोसा जताया। एनएसयूआई छात्रसंघ से राजनीति की शुरुआत करने वाले आयुष ने सुशील गुप्ता को शिकस्त देकर लड़ाई से बाहर ही कर दिया। सुशील गुप्ता तीसरे नंबर पर रहे।