देहरादून। देश की रक्षा करते हुए उत्तराखंड के एक और सपूत ने अपनी शहादत दी है। देर रात पुलवामा में सीआरपीएफ के कैम्प पर किए गए हमले में खटीमा के रहने वाले चंद्रिका प्रसाद ने अपनी शहादत दी है। खबरों के अनुसार आतंकियों ने सीआरपीएफ कैम्प पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग का जवाब देते हुए चंद्रिका प्रसाद बुरी तरह से जख्मी हो गए उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। बता दें कि घाटी में सेना के द्वारा चलाए जा रहे आॅपरेशन आॅल आउट की वजह से आतंकियों की बौखलाहट काफी बढ़ गई है और वह सुरक्षाबलों के साथ आम नागरिकों को भी अपना निशाना बना रहे हैं।
गौरतलब है कि चंद्रिका प्रसाद का पार्थिव शरीर सोमवार की देर रात तक देहरादून पहुंचने की संभावना है। उनकी शहादत की खबर मिलते ही परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। बताया जा रहा है कि सीआरपीएफ में हवलदार के पद पर तैनात चंद्रिका प्रसाद के घर में 3 बेटियां और 4 बेटे हैं। कश्मीर में हो रहे पंचायत चुनाव के मद्देनजर वे एक दिन पहले ही पुलवामा आए थे।
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यहां बता दें कि घाटी में आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करने के लिए सुरक्षाबलों के द्वारा आॅपरेशन आॅल आउट चलाया जा रहा है और इसके तहत 200 से ज्यादा आतंकियों को मौत के घाट उतारा जा चुका है। गौर करने वाली बात है कि उत्तराखंड के कई वीर सपूतों ने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया है।