देहरादून। सरकार की तरफ से राज्य में शिक्षा का स्तर सुधारने की कवायद तेज कर दी है। इसके लिए सरकार नए सत्र से सरकारी स्कूलों में 10वीं बोर्ड की परीक्षा देने वाले सभी छात्र-छात्राओं की उनके ही स्कूल में 11वीं की पढ़ाई शुरू करा दी जाएगी। बता दें कि 10वीं बोर्ड की परीक्षा का परिणाम आने के बाद 11वीं में दाखिला मई-जून में लेते हैं। ऐसे में अप्रैल से पढ़ाई शुरू होने से उन्हें करीब 3 महीने का अतिरिक्त समय मिलेगा। शिक्षा महानिदेशक कैप्टन आलोक शेखर तिवारी की तरफ से इसके आदेश जारी कर दिए गए हैं।
मंत्री के निर्देश का पालन
गौरतलब है कि शिक्षा महानिदेशक ने माध्यमिक शिक्षा के दोनों अपर निदेशक और सीईओ को इसके आदेश दे दिए। उनकी तरफ से कहा गया है कि 10वीं बोर्ड परीक्षा देने जा रहे छात्र-छात्राओं को अभी से इस व्यवस्था की जानकारी दे दी जाए। यहां बता दें कि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे की ने सरकारी स्कूलों में इस व्यवस्था को लागू करने के निर्देश दिए थे।
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फेल छात्र को लौटना होगा
यहां आपको यह भी बता दें कि 10वीं की बोर्ड परीक्षा देने वाले सभी छात्रों को एक अप्रैल से 11वीं की पढ़ाई करनी होगी लेकिन 11वीं में उनके स्थायी दाखिले का निर्णय बोर्ड परीक्षा का परिणाम आने के बाद ही लिया जाएगा। जो छात्र बोर्ड परीक्षा में फेल होंगे उन्हें वापस 10वीं कक्षा में लौटना होगा। महानिदेशक के अनुसार फेल छात्र 11वीं में एडमिशन का दावा नहीं कर सकेंगे। शिक्षा महानिदेशक ने कहा कि शिक्षा मंत्री के निर्देश पर यह व्यवस्था शुरू की जा रही है, शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए कक्षा 3 से 12वीं तक यूनिट टेस्ट की व्यवस्था भी शुरू की जा रही है।