हरिद्वार। राज्य में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अपनी पूरी नौकरी कर चुके एक शिक्षक का खुलासा हुआ है। सीबीसीआईडी की जांच में इस बात का पता चला कि हरिद्वार के ज्वालापुर इलाके के एक स्कूल में प्रधानाध्यापक के तौर पर सेवा दे चुके शिक्षक, हरपाल यादव की 10वीं की मार्कशीट फर्जी पाई गई है। फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद अब शिक्षा विभाग ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। इस आरोप के बाद अब ज्वालापुर में शिक्षक की धरपकड़ के प्रयास तेज कर दिया है।
गौरतलब है कि बहादराबाद खंड की उप शिक्षा अधिकारी सुमन अग्रवाल ने सीबीसीआईडी की जांच के दौरान पाया कि पीली पड़ाव के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक पद से सेवानिवृत्त होने वाले हरपाल यादव की 10वीं की मार्कशीट फर्जी पाई गई। इसके बाद शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
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यहां बता दें कि शासन की ओर से मिले निर्देश के बाद सीबीसीआईडी की प्रमुख श्वेता चैबे ने माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद यूपी से मार्कशीट के संबंध में जानकारी मांगी तब इस बात का पता चला कि यह अंकपत्र फर्जी है। कोतवाली प्रभारी चंद्रभान सिंह अधिकारी ने बताया कि सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक हरपाल सिंह यादव निवासी गांव औरंगाबाद सिवाला कलां बिजनौर यूपी हाल निवासी रामनगर कालोनी ज्वालापुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इस शिक्षक ने 1992 मंे नौकरी ज्वाइन किया था और इसी साल सेवानिवृत्त हुआ है।
गौर करने वाली बात कि राज्य में बड़े पैमाने पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी। अब जांच में सेवा दे रहे या सेवानिवृत्त हो चुके शिक्षकों के प्रमाणपत्र फर्जी पाए जाने के बाद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।