देहरादून । पर्यटकों के लिए एक अहम खबर है। उत्तराखंड में विश्व धरोहर फूलों की घाटी 31 अक्तूबर से पर्यटकों की आवाजाही के लिए बंद हो जाएगी। इस बार यहां बड़ी संख्या में पर्यटकों का आना हुआ, पिछले कुछ सालों की तुलना में इस बार विदेशी पर्यटकों ने फिर से फूलों की घाटी का रुख किया है। फूलों की घाटी के वन क्षेत्राधिकारी बृजमोहन भारती का कहना है कि गत वर्ष की तुलना में इस बार अधिक पर्यटक घाटी के दीदार को पहुंचे हैं। इस वर्ष अभी तक 14725 पर्यटक घाटी के सैर-सपाटे के लिए पहुंचे। इनमें 14061 भारतीय और 664 विदेशी पर्यटक शामिल हैं।
बता दें कि विश्व धरोहर में शामिल उत्तराखंड स्थित फूलों की घाटी में पिछले कुछ सालों में पर्यटकों ने आना कम कर दिया था। उत्तराखंड में पिछले कुछ समय में जारी आपदाओं के चलते कुछ लोगों का फूलों की घाटी की ओर रुख कम होने से जहां स्थानीय गाइड लोगों का धंधा मंदा पड़ गया था वहीं नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रसासन को भी राजस्व का नुकसान हो रहा था, लेकिन इस साल पिछले कुछ सालों की तुलना में ज्यादा पर्यटकों ने प्रकृति के इस अनोखे नजारों के दर्शन किए हैं।
जानकारी के मुताबिक, घाटी में बढ़ती पर्यटकों की संख्या से नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन को अभी तक 24 लाख 11 हजार की आय प्राप्त हुई है। बता दें कि फूलों की घाटी दुनिया में एकमात्र ऐसी घाटी है, जहां 300 से अधिक प्रजाति के फूल खिलते हैं। अपनी जैव विविधता के लिए यह घाटी विश्व विख्यात है। यहां फूलों के साथ ही दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीवों, परिंदों व जड़ी-बूटियों भी नजर आती हैं।