नई दिल्ली । आखिरकार CBSE ने 10वीं और 12वीं की अपनी शेष बची परीक्षाओं को 1 जुलाई से करवाने का फैसला लिया है । हालांकि बोर्ड को अपने छात्रों की एक समस्या को ध्यान में रखना पड़ रहा है , जो कोरोनाकाल के चलते इस समय अपने गृहराज्यों की ओर रवाना हो गए हैं । ऐसे में बोर्ड ने ऐलान किया गया है कि अब छात्र अपने परीक्षा केंद्र बदलने का आग्रह , अपने स्कूल के माध्यम से कर पाएंगे । वे बोर्ड को एग्जाम सेंटर बदलने के लिए व्यक्तिगत रूप से आग्रह नहीं कर सकते । सीबीएसई किसी नए जिले में बोर्ड से संबद्ध स्कूल में छात्र का एग्जाम सेंटर आवंटित करेगा । कोई छात्र अगर उसी जिले में एग्जाम सेंटर चाहता है तो ऐसा संभव नहीं होगा । एग्जाम सेंटर में बदलाव की स्थिति में नया एग्जाम सेंटर किसी दूसरे जिले में आवंटित किया जाएगा ।
सीबीएसई ने स्पष्ट कर दिया था कि 10वीं बोर्ड के बचे हुए एग्जाम सिर्फ दिल्ली के उत्तर पूर्वी जिले में होंगे , बाकी सीबीएसई 12वीं के 29 मुख्य विषयों की परीक्षा कराएगी ।
विदित हो कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरों को देखते हुए पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया गया था । इसे देखते हुए सीबीएसई बोर्ड ने भी अपनी बोर्ड परीक्षाएं रोक दी थीं । अब सीबीएसई बोर्ड 10वीं (सिर्फ नॉर्थ ईस्ट दिल्ली) और देश भर में 12वीं की बची हुई परीक्षाएं एक से 15 जुलाई के बीच आयोजित करेगा । वहीं इससे पहले उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के चलते इस जिले के छात्र अपनी बोर्ड परीक्षा नहीं दे पाए थे ।
हालांकि मौजूदा समय में सीबीएसई में लगातार ये समस्या सामने आ रही है कि कोविड -19 के प्रसार और लॉकडाउन के कारण स्कूलों को बंद करने के कारण कुछ छात्र अब उस स्टेशन पर मौजूद नहीं हैं जहां से वे परीक्षाओं में उपस्थित हुए थे । ऐसे में परीक्षाओं को स्थगित करने से पहले वाली जगह पर उनके लिए निर्धारित परीक्षाओं में उपस्थित होना मुश्किल होगा ।
सीबीएसई का कहना था कि अगर उन्हें दस दिन का भी समय दिया जाएगा तो वो बची हुई परीक्षाएं पूर्ण कराके मूल्यांकन का काम शुरू कर सकते हैं । अब ये तिथियां घोषित होने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि सीबीएसई अगस्त में रिजल्ट भी घोषित कर देगा ।