नई दिल्ली । देश की सेनाओं पिछले कुछ समय से अफसरों की कमी से जूझ रही है । यह मुद्दा पिछली कुछ सरकारों की प्राथमिकता में रहा है , लेकिन कुछ सुधार नजर नहीं आ रहा है । एक सवाल के जवाब में एक बार फिर से यह मुद्दा राज्यसभा में उछला । रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने इस मुद्दे पर कहा कि तीनों सेनाओं में कुल 78,291 पद खाली हैं । इनमें 9,427 पद अफसर रैंक के हैं, जबकि जूनियर लेवल पर कुल 68,864 पद खाली हैं । स्थिति इसलिए ज्यादा खराब हो रही है क्योंकि अफसरों का समय से पहले नौकरी छोड़ने का क्रम बदस्तूर जारी है ।
राज्य रक्षा मंत्री ने बताया तीनों सेनाओं में पर्सनल बिलो ऑफिसर रैंक (PBOR) के कई पद खाली हैं। थल सेना में 38,325, नौसेना में 16,806 पद खाली हैं । वहीं वायुसेना में 13,823 पद खाली हैं । इसके अलावा, 1718 पद एपीएस नॉन-रेगुलर जेसीओ और 10,486 जवान अभी सेनाओं के विभिन्न संस्थाओं में प्रारंभिक ट्रेनिंग कर रहे हैं ।
श्रीपद नाइक ने कहा कि तीनों सेनाओं में अधिकारियों की कमी को पूरा करने के लिए कई योजनाएं बनाई गईं हैं। युवाओं का रुझान सेना के प्रति आकर्षित करने के लिए जॉब फेयर में जानकारी दी जाती है । इसके अलावा समय-समय पर कैंपेन चलाते हैं । इसके अलावा मीडिया माध्यमों से भी युवाओं को इस बारे में बताते हैं । इसके अलावा कुछ अन्य उपाय भी अपनाए हैं, जैसे प्रमोशन की संभावनाओं में सुधार, आकर्षक वेतन पैकेज, जोखिम और कठिनाइयों के लिए बेहतर मुआवजा, विवाहित आवास परियोजना (एमएपी) के माध्यम से अतिरिक्त पारिवारिक आवास समेत अन्य सुविधाएं भी शामिल हैं।
वहीं उन्होंने बताया कि थल सेना में अफसरों के 50,312 पद हैं , जिनमें से 7399 पद अभी खाली हैं । वहीं नौसेना में अफसरों के 11,557 पद हैं, जिनमें से 1545 पद खाली हैं । वायुसेना में कुल 12,625 पद हैं, इनमें से सिर्फ 483 पद ही खाली हैं । यानी तीनों सेनाओं में कुल मिलाकर 9427 अफसरों के पद खाली हैं।