नई दिल्ली। आपने किसी पेंटिंग के करोड़ों रुपये में बिकने की खबर तो सुनी होगी। क्या आपने ऐसा सुना है कि डाक टिकट करोड़ों रुपये में बिका है। महात्मा गांधी के विचारों की अहमियत अपने देश में भले ही कम हो गई है लेकिन उनकी तस्वीर का प्रभाव अभी भी दिख रहा है। जी हां, 1948 के एक स्टांप का सेट जिसमें महात्मा गांधी बने हुए हैं वो 1 या 2 में नहीं बल्कि 4.14 करोड़ रुपए में बिका है।
आॅस्ट्रेलिया के निवेशक को बेचा
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक लदंन के ‘स्टेनली गिबंस’ ने एक बयान में कहा कि ये 10 रुपये के नोट वाले ‘चार युनीक स्ट्रीप स्टांप’ काफी महत्वपूर्ण है। भारत की आजादी के बाद यह काफी आकर्षक चीज है। स्टेनली गिबंस ने बताया कि उन्होंने इसे आॅस्ट्रलिया के एक निवेशक को बेचा है। इस पर्पल-ब्राउन स्टांप पर ‘सर्विस’ लिखा हुआ है। आपको बता दें कि इस स्टांप का इस्तेमाल उस समय के गवर्नर-जनरल के सचिवालय के आधिकारिक कार्यों के लिए किया जाता था। वैसे स्टेनली गिबंस ने ‘उरुग्वे’ में अपने एक क्लाइंट को भी पिछले साल एक सिंगल गांधी जी की तस्वीर वाला 10 रुपए का स्टांप करीब 1.32 करोड़ रुपए में बेचा था।
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पहले भी लाखों में बिकी डाक टिकट
गौरतलब है कि इस साल मार्च में भी एक भारतीय डाक टिकट को 1.1 लाख पाउंड यानी करीब 91 लाख रुपये में बेचा गया था। उस डाक टिकट पर महारानी विक्टोरिया के युवावस्था की तस्वीर लगी थी। कहीं न कहीं यह भारतीय डाक टिकटों के बाजार की ताकत को बताता है। इसे कहते हैं बापू का प्रभाव जो न सिर्फ भारत में बल्कि पूरे विश्व में अभी भी बरकरार है।