नई दिल्ली। घरों में रोजाना की जरुरतों के कई उत्पाद रसायनिक पदार्थों से बने होते हैं। इन उत्पादों का ज्यादा इस्तेमाल हमारी सेहत के लिए काफी हानिकारक भी साबित होता है। इसमें मौजूद रसायन हमारे स्वास्थय पर काफी प्रभाव डालते हैं। इतना ही नहीं इससे उत्पन्न होने वाले विकार आनुवांशिक भी हो सकते हैं। इस बात का खुलासा एक शोध कार्य में हुआ है। शोध के अध्ययन में बताया गया कि कपड़े धोने वाला साबुन, शैंपू , कंडीशनर, फर्नीचर साफ करने वाले स्प्रे और आंख में ड़ालने वाली दवाई में भी क्वाटरनेरी आमोनियम कंपाउंड 'क्वाट्स' पाए जाते हैं। वैज्ञानिकों ने शोध के दौरान इस रसायन और जन्मजात विकारों के बीच संबंध एवं इसके असर का पता लगाया है।
इस शोध को एडवर्ड विया कॉलेज ऑफ ऑस्टियोपौथिक मेडिसन में प्रोफेसर टेरी रूबेक ने मूल रूप से दो क्वाट्स पर अपने अध्ययन को केंद्रित किया था। यह क्वाट्स अलकाइल डिमथाइल बेनजाइल अमोनियम क्लोराइड और डिडेसाइल डिमथाइल आमोनियम क्लोराइड हैं। शोधकर्ता रूबेक का कहना है कि उत्पादों पर इन रसायनों का नाम एडीबीएसी और डीडीएसी के नाम से अंकित किया होता है। इन रसायनों को रोगाणुरोधी गुणों के कारण के लिए जाना जाता है।
आपको बता दें कि यह रसायन तंत्रिका तंत्र संबंधी जन्मजात विकार का कारण हो सकते हैं। शोधकर्तों का कहना है कि जन्मजात विकार माता-पिता दोनों या फिर किसी एक के भी इन रसायनों के इस्तेमाल करने पर हो सकते हैं।
दो पीढ़ियों में मिले हैं विकार
चूहों पर किए गए शोध में नतीजों के लिए चूहों को इन रसायनों की खुराक नहीं दी, लेकिन जिस जगह चूहों को रखा गया था, उनमें सिर्फ क्वाट्स का इस्तेमाल जन्मजात विकारों के लिए काफी थी। शोधकर्ता के अनुसार, रसायनों को चूहों से दूर रखने के बावजूद चूहों में दो पीढ़ियों में जन्मजात विकार देखने को मिले ।