नई दिल्ली। अगर आप बहुत ज्यादा नहीं खाते हैं इसके बावजूद आपका वजन लगातार बढ़ता जा रहा है तो यह काफी गंभीर बात है। ऐसा होने पर आपको फौरन चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए आज हम आपको ऐसे कुछ उपाय बताने जा रहे हैं जिसे अपनाकर इससे बच सकते हैं।
खान-पान का असर
गौरतलब है कि आज की इस तेज रफ्तार जिन्दगी में सबसे ज्यादा असर हमारे खान-पान पर पड़ता है। पेट भरने के लिए हम कुछ भी खा लेते हैं। इसके लिए हमारी बहुत ज्यादा निर्भरता फास्ट फूड पर हो गया है। इस बात का पता होने के बावजूद कि इसमें काफी मात्रा में शुगर होता है लोग बड़े चाव से इसका सेवन करते हैं। इससे शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ती जाती है। नतीजा डाइबिटीज के रूप में सामने आता है। यदि इस स्टेज में लोगों ने ध्यान नहीं दिया तो वे गंभीर बीमारी के शिकार बन सकते हैं। प्री डायबिटीज एक संकेत है, जो बताता है कि व्यक्ति डायबिटीज की ओर बढ़ रहा है।
हर ओपीडी में बढ़ रहे डायबिटीज के मरीज
भारत में डायबिटीज के सबसे ज्यादा मामले चंडीगढ़ में सामने आए हैं। यहां प्री डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। वर्ष 2008 में शहर के करीब 14 प्रतिशत लोग प्री डायबिटीज की चपेट में थे। अब यह आंकड़ा 20 प्रतिशत के पार पहुंच गया है। यह दावा पीजीआई के इंडोक्राइनोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर संजय बडाडा ने किया है। उनके मुताबिक हर ओपीडी में डायबिटीज के करीब 200 नए मरीज आ रहे हैं।
चंडीगढ़ के 14 प्रतिशत लोग डायबिटीज
एक सर्वे से पता चला कि चंडीगढ़ के करीब 14 प्रतिशत लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं, जो पूरे भारत में सबसे ज्यादा है। शहरी इलाके के करीब 27 प्रतिशत गरीब घरों से ताल्लुक रखने वाले लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं, जबकि अमीर घराने से ताल्लुक रखने वाले सिर्फ 13 प्रतिशत। चंडीगढ़ में शहरी गरीब का मतलब यहां की कालोनियों में रहने वाला व्यक्ति है।
क्या होता है प्री डायबिटिक
विशेषज्ञों के मुताबिक यदि बिना कुछ खाए ग्लूकोज का स्तर 110-125 एमजी/डीएल और खाने के बाद 140-199 के बीच आता है तो प्री डायबिटिक की चपेट में हैं। प्री डायबिटिक के बाद डायबिटीज होने के पूरे चांस होते हैं। यदि कम उम्र में ही डायबिटीज हो जाए तो शरीर के दूसरे अंगों के खराब होने की संभावना होती है।
कैसे होता है प्री डायबिटिक
यह बीमारी होने की बड़ी वजह खान-पान के साथ व्यायाम बिल्कुल नहीं करना जिम्मेदार है। इसके साथ ही वजन को नियंत्रण में नहीं रखना, हमेशा तनाव में रहना भी इसके बड़े कारण हैं। माता-पिता या भाई या बहन में से किसी को डायबिटीज की समस्या है। शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय ना रहते हों। अधिक भूख लगना, अधिक प्यास लगना, वजन बढना, लगातार पेशाब आना, पेट बढ़ना, कम दिखाई देना आदि।
डायबिटीज से बचने के उपाय
डायबिटीज को नियंत्रण में रखने के लिए नियमित व्यायाम करें। अगर व्यायामक रने का समय नहीं निकाल पाते हैं तो दूसरी एक्टीविटीज करें। खाने में घी, तेल और चिकनाई का प्रयोग न के बराबर करें। प्रोसेस्ड फूड और तले हुए आहार का सेवन करने से बचें। चीनी, मैदा, फूट जूस का सेवन करने से बचें। संतुलित आहार का सेवन करें, फल और सब्जियों का सेवन करें।